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    जबलपुर में सहायक पेंशन अधिकारी 10 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार, लोकायुक्त टीम ने की कार्रवाई

    Updated: Mon, 10 Nov 2025 06:34 PM (IST)

    जबलपुर में लोकायुक्त टीम ने संभागीय पेंशन कार्यालय के सहायक पेंशन अधिकारी सचिन झा को 10,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। यह गिरफ्तारी शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज के सेवानिवृत्त कर्मचारी से पेंशन दस्तावेज में नामिनी का नाम बदलने के ऐवज में मांगी गई थी। लोकायुक्त ने जाल बिछाकर अधिकारी को रंगे हाथों पकड़ा। आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।

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    रिश्वतखोरी (सांकेतिक चित्र)

    डिजिटल डेस्क, जबलपुर। मध्य प्रदेश के जबलपुर में स्थित संभागीय पेंशन कार्यालय में लोकायुक्त टीम ने सोमवार को एक बड़ी कार्रवाई करते हुए सहायक पेंशन अधिकारी सचिन झा को 10,000 रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। आरोपी अधिकारी शासकीय इंजीनियरिंग कालेज के एक सेवानिवृत्त कर्मचारी के पेंशन दस्तावेज में नामिनी का नाम बदलने के लिए रिश्वत मांग रहा था। रिश्वत नहीं देने पर वह सेवानिवृत्त कर्मचारी को भटका रहा था। तब परेशान होकर सेवानिवृत्त कर्मी ने लोकायुक्त में शिकायत की।

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    यह है मामला

    जानकारी के अनुसार शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज जबलपुर से सेवानिवृत्त लैब टेक्नीशियन किशोर कुमार झारिया ने सात नवंबर को लोकायुक्त एसपी कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई। इसमें उन्होंने बताया कि उनकी पहली पत्नी का निधन हो चुका है। उन्होंने अपनी दूसरी पत्नी का नाम पेंशन दस्तावेज में नॉमिनी के रूप में जुड़वाने के लिए संभागीय कार्यालय में आवेदन दिया था। इस कार्य के बदले में सहायक पेंशन अधिकारी ने उनसे 11,000 रुपये रिश्वत की मांग की, बाद में 10000 रुपये में बात तय हो गई।

    पकड़ने के लिए बिछाया जाल

    शिकायत की पुष्टि के बाद लोकायुक्त की टीम ने आरोपी अधिकारी को पकड़ने के लिए जाल बिछाया। सोमवार को कलेक्ट्रेट कार्यालय में फरियादी ने जैसे सहायक पेंशन अधिकारी के हाथ में 10000 रुपये के नोट थमाए, वहां छिपकर खड़ी लोकायुक्त टीम ने उसे धर दबोचा। आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 (संशोधन 2018) की धारा 7, 13(1)(B) और 13(2) के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। ट्रैप दल में उप पुलिस अधीक्षक सुरेखा परमार, निरीक्षक रेखा प्रजापति, निरीक्षक बृजमोहन सिंह नरवरिया सहित लोकायुक्त की टीम के अन्य सदस्य मौजूद थे।