Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Harda Factory Blast: हरदा ब्लास्ट हादसे में अधिकारियों के गिर रहे विकेट, अब सरकार ने जिला एसपी को हटाया

    By Jagran News Edited By: Abhinav Atrey
    Updated: Wed, 07 Feb 2024 08:58 PM (IST)

    Harda Factory Blast हरदा की पटाखा फैक्ट्री में भयानक धमाके मामले के बाद मध्य प्रदेश सरकार एक्शन मोड में है। मोहन सरकार ने बड़ा एक्शन लेते हुए हरदा पुलिस एसपी संजीव कुमार कंचन को हटा दिया है। इसके अलावा सागर संभाग के कारखाना निरीक्षक एवं सहायक संचालक औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा नवीन कुमार बरवा को निलंबित कर दिया गया है।

    Hero Image
    हरदा ब्लास्ट मामले में सरकार ने जिला एसपी को हटाया। (फोटो, जागरण)

    जेएनएन, हरदा। हरदा की पटाखा फैक्ट्री में भयानक धमाके मामले के बाद मध्य प्रदेश सरकार एक्शन मोड में है। मोहन सरकार ने बड़ा एक्शन लेते हुए हरदा पुलिस एसपी संजीव कुमार कंचन को हटा दिया है।

    इसके अलावा सागर संभाग के कारखाना निरीक्षक एवं सहायक संचालक औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा नवीन कुमार बरवा को निलंबित कर दिया गया है। मुख्यमंत्री मोहन यादव बुधवार को पीड़‍ितों का हाल जानने के लिए हरदा पहुंचे। सीएम ने घटनास्थल का भी दौरा किया। वहीं, हादसे में प्रभावित पीड़‍ितों में आज अधिकारियों को लेकर गुस्सा जताया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    विस्तृत जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन

    राज्य सरकार ने हरदा की दर्दनाक हादसे की विस्तृत जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन किया है। इस पैनल को अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करने का भी काम सौंपा गया है, जिन्हें ऐसी घटनाओं को रोकना था।

    घायलों का अस्पताल में इलाज जारी

    बता दें कि मंगलवार को हरदा जिले में पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट और आग लगने से 11 लोगों की मौत हो गई और 200 से ज्यादा लोग घायल हो गए। घायलों का अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है। फैक्ट्री में मंगलवार सुबह ब्लास्ट हुआ था। इस दौरान सैकड़ों की तादात में श्रमिक फैक्ट्री में मौजूद थे।

    आवासीय क्षेत्र में पटाखा गोदाम बंद

    वहीं, प्रदेश सरकार ने एक्शन लेते हुए अनियमितताओं को लेकर पिछले 24 घंटों में इंदौर में छह पटाखा गोदामों को सील कर दिया। इंदौर के डीएम आशीष सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि इन छह पटाखा गोदामों में से एक आवासीय क्षेत्र में था, जबकि अन्य गोदामों में सीमा से अधिक पटाखों का भंडारण और पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था की कमी जैसी अनियमितताएं पाई गईं।

    ये भी पढ़ें: Harda Tragedy: हरदा हादसा के बाद मोहन सरकार सख्त, इंदौर में छह पटाखा गोदाम सील; तय होगी जिम्मेदारी