Guna News: बमोरी पुलिस की लापरवाही; नाबालिग के अपहरण-दुष्कर्म के बाद भी नहीं की कार्रवाई, एसपी कार्यालय पहुंचा परिवार
गुना जिले के बमोरी थाना क्षेत्र में नाबालिग के अपहरण और दुष्कर्म के मामले में पुलिस की लापरवाही सामने आई है। शिकायत के बाद भी कार्रवाई न होने पर पीड़िता का परिवार एसपी कार्यालय पहुंचा। परिवार ने पुलिस पर ढिलाई बरतने का आरोप लगाया है और न्याय की गुहार लगाई है। एसपी ने निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया है।

बमोरी पुलिस ने सुनवाई न की, तो पीड़ित परिवार पहुंचा एसपी कार्यालय। सांकेतिक तस्वीर
जागरण संवाददाता, गुना। बमोरी के सोनखरा गांव का पीड़ित परिवार मंगलवार को एसपी कार्यालय पहुंचा। यहां उन्होंने 15 वर्षीय नाबालिग बालिका का अपहरण व सामूहिक दुष्कृत्य की शिकायत दर्ज कराई। साथ ही आरोप लगाया कि बमोरी पुलिस को सूचना देने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई।
जानकारी के अनुसार, पीड़ित बच्ची के पिता ने 23 नवंबर की सुबह पांच बजे थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उनकी बेटी घर से गायब है। उन्हें अजय राजपूत (शिकारी) निवासी माधौपुर पर संदेह था, जिसका फोन उनकी बेटी के फोन पर आता था।
उन्हें आशंका थी कि अजय ही उनकी बेटी को बहला-फुसलाकर भगा ले गया होगा। स्वजनों का आरोप है कि शुरुआती शिकायत पर पुलिस ने कोई तत्परता नहीं दिखाई। अगले दिन जब बच्ची उन्हें देर रात सड़क पर बेसुध और बदहाल मिली, तो उन्होंने दोबारा पुलिस से संपर्क किया।
इसके बाद भी पुलिसकर्मियों ने सहयोग करने के बजाए कथित तौर पर उन्हें धमकाया। स्वजनों ने यह भी आरोप लगाया कि जब वे पुलिस अधीक्षक से शिकायत करने गुना आ रहे थे, तो पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोकने का भी प्रयास किया।
स्वजनों के एसपी कार्यालय पहुंचने पर पुलिस अधीक्षक अंकित सोनी ने तुरंत मामले का संज्ञान लिया और एएसपी मानसिंह ठाकुर को तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए। इस पर एएसपी स्वजनों से मिले और उनकी पीड़ा सुनी।
वहीं एसडीओपी विवेक अष्ठाना ने स्वजनों को समझाते हुए कहा कि वे तुरंत बच्ची को अस्पताल ले जाएं। साथ ही आश्वासन दिया कि थाना प्रभारी वहीं बच्ची के बयान दर्ज करेंगे।
पुलिस ने अब मामला दर्ज कर लिया है और एसपी के हस्तक्षेप के बाद कार्रवाई शुरू हो गई है। बच्ची की हालत गंभीर बनी हुई है और उसका इलाज जिला अस्पताल में जारी है।

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