ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिटः एमपी सीएम मोहन यादन ने उद्योगपतियों से की वन-टू-वन चर्चा
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि उद्योग एवं रोज़गार को बढ़ावा देने के लिए पहली बार ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के अंतर्गत 6 विभाग शहरी विकास विभाग पर्यटन विभाग खनिज विभाग नवीकरणीय ऊर्जा विभाग सूचना प्रौद्योगिकी विभाग एवं एमएसएमई विभाग के अलग से समिट हो रहे हैं। किसी भी प्रदेश के औद्योगिक विकास के लिए 4 मूलभूत संसाधनों की आवश्यकता होती है भूमि जल बिजली और कुशल कार्यबल।

डिजिटल टीम, भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के पहले दिन सोमवार को विभिन्न उद्योगपतियों ने मुलाकात की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने उद्योगपतियों से वन-टू-वन चर्चा की। पतंजलि समूह के आचार्य बालकृष्ण ने भेंट के दौरान मुख्यमंत्री से हेल्थ एवं वेलनेस क्षेत्र में निवेश के संदर्भ में चर्चा की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव से भेंट करने वालों में इटली के कान्सूलेट जनरल वॉलटर फेरेरा भी थे। ईजीट्रिप डॉट कॉम के सीईओ एवं कॉ-फाउण्डर रिकांत पिटी ने भी भेंट की और पर्यटन क्षेत्र में निवेश संबंधी चर्चा की। टॉरेंट पॉवर के जिगिश मेहता एवं ओमप्रकाश नेनवाल ने मुख्यमंत्री डॉ. यादव से मुलाकात कर मध्यप्रदेश में निवेश की इच्छा जताई।
आदित्य बिरला ग्रुप के प्रतिनिधि मण्डल ने मुख्यमंत्री डॉ. यादव से मुलाकात कर मध्यप्रदेश में औद्योगिक संभावनाओं को तलाशने के लिये मुख्यमंत्री डॉ. यादव द्वारा किये जा रहे प्रयासों को सराहा। हिन्डालको कम्पनी के एमडी सतीश पई, एमडी ग्रेसिम एच.के. अग्रवाल, एसेल माईनिंग के एमडी थॉमस चेरियन, अरविंद ग्रुप के डॉ. परम शाह एवं एनटीपीसी के चेयरमैन एवं एमडी गुरदीप सिंह ने भी मुख्यमंत्री डॉ. यादव से वन-टू-वन चर्चा की। गोदरेज समूह के ग्रुप प्रेसीडेंट राकेश स्वामी भी मुख्यमंत्री डॉ. यादव से मिले। उन्होंने रियल स्टेट और टाउनशिप क्षेत्र में समूह द्वारा किए जा रहे कार्य की जानकारी दी।
प्रदेश में औद्योगिक विकास के लिए अनुकूल इकोसिस्टम हो रहा है तैयार
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि उद्योग एवं रोज़गार को बढ़ावा देने के लिए पहली बार ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के अंतर्गत 6 विभाग शहरी विकास विभाग, पर्यटन विभाग, खनिज विभाग, नवीकरणीय ऊर्जा विभाग, सूचना प्रौद्योगिकी विभाग एवं एमएसएमई विभाग के अलग से समिट हो रहे हैं। किसी भी प्रदेश के औद्योगिक विकास के लिए 4 मूलभूत संसाधनों की आवश्यकता होती है, भूमि, जल, बिजली और कुशल कार्यबल। प्रदेश में सरप्लस बिजली है, भरपूर पानी है, विशाल लैंड बैंक है और कुशल मानव संसाधन है। यहां की कानून-व्यवस्था भी निवेश अनुकूल है। इसके साथ ही सरकार की प्रतिबद्धता प्रदेश में उद्योगों के विकास की है, जिससे उद्योग जगत के कार्य सरल, प्रभावी एवं त्वरित गति से चलें, नवीन निवेश के क्षेत्र का विकास हो और औद्योगिक विकास के लिए अनुकूल इकोसिस्टम तैयार हो।
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