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    देश में पहली बार पालतू बिल्लियों में बर्ड फ्लू, छिंदवाड़ा में सैंपल मिला पॉजिटिव; मटन-चिकन और अंडे की खरीद-बिक्री पर रोक

    Updated: Fri, 28 Feb 2025 08:53 AM (IST)

    मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में पालतू बिल्लियों में बर्ड फ्लू (H5N1) का मामला सामने आया है। बिल्लियों में बर्ड फ्लू का देश में यह पहला मामला है। प्रशासन ने सख्त कदम उठाते हुए 30 दिनों के लिए जिले में मटन-चिकन और अंडों की खरीद-बिक्री पर पाबंदी लगा दी है। प्रशासन ने बिल्लियों के संपर्क में आए लोगों को एहतियात बरतने की सलाह दी है।

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    देश में पहली बार पालतू बिल्लियों में बर्ड फ्लू का मामला सामने आया है।(फोटो सोर्स: Pexels)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में पालतू बिल्लियों में बर्ड फ्लू (H5N1) का मामला सामने आया है। देश में पहली बार पालतू बिल्लियों में बर्ड फ्लू का मामला सामने आया है। इसके बाद प्रशासन ने सख्त कदम उठाते हुए 30 दिनों के लिए जिले में मटन-चिकन और अंडों की खरीद-बिक्री पर पाबंदी लगा दी है।

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    साथ ही संक्रमित क्षेत्रों में सभी मटन और चिकन शॉप को सील कर दिया है। आसपास के इलाकों को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया है। नगर निगम के वार्ड संख्या 6,7,8, 28, 29, 30, 31, 41 और 45 को संक्रमित घोषित किया गया है।

    इसके अलावा जिले भर के पोल्ट्री फार्म और गोट फार्म की जांच की जा रही है। जिसमें मोहखेड़ क्षेत्र के एक पोल्ट्री फार्म में मुर्गियों के पांच सैंपल पॉजीटिव पाए गए हैं। कलेक्टर शीलेंद्र सिंह ने इस पोल्ट्री फार्म के आसपास 10 किलोमीटर का क्षेत्र संक्रमित घोषित किया है।

    65 लोगों के सैंपल की हुई जांच 

    प्रशासन ने बिल्लियों के संपर्क में आए लोगों को एहतियात बरतने की सलाह दी है।18 बिल्लियों की मौत के बाद सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे, जिसमें दो बिल्लियों में बर्ड फ्लू पाया गया। छिंदवाड़ा के शहरी क्षेत्र में पशु विभाग द्वारा संक्रमित क्षेत्र में बिल्लियों के संपर्क में आए 65 लोगों के सैंपल जांच करने के लिए नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी भेजे गए। हालांकि, इन सभी लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई।  

    कितना खतरनाक है बर्ड फ्लू?

    बर्ड फ्लू इन्फ्लुएंजा का एक प्रकार है। इन्फ्लुएंजा एक H5N1 वायरस है। यह पानी के फव्वारे से शुरू हुआ था, लेकिन इसने मुर्गी पालन उद्योग को बहुत जल्दी संक्रमित करना शुरू कर दिया। घरेलू पोल्ट्री इससे संक्रमित हो सकते हैं। अगर यह किसी पक्षी को संक्रमित करता है, जो उनके मरने की संभावना जल्दी होती है, लेकिन ये पक्षी इस वायरस को 10 दिनों से ज्यादा समय तक फैलाते रहते हैं।

    गौरतलब है कि यह इंसान से इंसान में नहीं फैलता है। इंसान से इंसान में फैलने का अभी कोई मामला सामने नहीं आया है, इसलिए अभी तक महामारी नहीं आयी है लेकिन यह वायरस पक्षियों से इंसानों में फैल सकता है।

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