MP में डिजिटल पुलिसिंग का अनोखा हाल, ग्रामीण क्षेत्रों की पुलिस ज्यादा हाईटेक, भोपाल-इंदौर जैसे महानगर पिछड़े
मध्य प्रदेश सीसीटीएनएस की नवीनतम रिपोर्ट में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। सीमित संसाधनों के बावजूद ग्रामीण पुलिस डिजिटल पुलिसिंग में भोपाल और इंदौर जैसे महानगरों से आगे निकल गई है। रतलाम और राजगढ़ जैसे जिलों ने एफआईआर अपलोडिंग और केस डायरी एंट्री में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है, जबकि भोपाल और इंदौर पिछड़ गए हैं। भोपाल पुलिस ने अब साप्ताहिक निगरानी शुरू की है। रतलाम जिला लगातार शीर्ष पर बना हुआ है।

पुलिस व्यवस्था का डिजिटलीकरण (प्रतीकात्मक चित्र)
डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्य प्रदेश की नवीनतम सीसीटीएनएस (क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्क सिस्टम) रिपोर्ट ने राज्य की पुलिसिंग व्यवस्था की चौंकाने वाली तस्वीर सामने लाई है। हैरानी की बात यह है कि सीमित संसाधनों के बावजूद ग्रामीण पुलिस डिजिटल पुलिसिंग में राजधानी भोपाल और आर्थिक नगरी इंदौर जैसी बड़ी यूनिट्स को पीछे छोड़ रही है।
रिपोर्ट के अनुसार रतलाम, राजगढ़, सतना और मंदसौर जैसे जिले एफआईआर की समय पर ऑनलाइन अपलोडिंग, केस डायरी एंट्री, ई-समन की जनरेशन, सर्विस रिपोर्ट और घटनास्थल के डिजिटल नक्शे जैसे मापदंडों पर बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे हैं।
वहीं दूसरी ओर, पर्याप्त स्टाफ और तकनीकी साधनों से लैस भोपाल और इंदौर में कई थानों में एफआईआर और केस डायरी अपडेट करने में लगातार देरी दर्ज की गई है। परिणामस्वरूप रतलाम शीर्ष पर है, राजगढ़ दूसरे नंबर पर, जबकि भोपाल नौवें स्थान पर सिमट गया है और इंदौर तो टॉप-20 में भी जगह नहीं बना सका।
ऐसे तैयार होती है सीसीटीएनएस रिपोर्ट
सीसीटीएनएस मूल्यांकन में एफआईआर अपलोडिंग, केस डायरी अपडेट, ई-समन, गिरफ्तारों व अज्ञात मर्ग के फोटो अपलोड, घटनास्थल नक्शा और चार्जशीट सहित 14 डिजिटल मापदंडों पर 80 अंक दिए जाते हैं। अपलोड किए गए दस्तावेजों की क्वालिटी भी अलग से 80 अंकों के पैमाने पर आंकी जाती है।
भोपाल में साप्ताहिक मॉनिटरिंग शुरू
लगातार गिरते प्रदर्शन के बाद भोपाल पुलिस ने अब साप्ताहिक रैंकिंग सिस्टम लागू किया है। इसके तहत थानों की निगरानी बढ़ाई गई है और लापरवाही वाले थानों में पुलिसकर्मियों को दोबारा डिजिटल ट्रेनिंग दी जा रही है। तकनीकी सहायता बढ़ने के बाद अक्टूबर की रैंकिंग में भोपाल फिर टॉप-10 में लौट आया।
रतलाम जिला डिजिटल पुलिसिंग में लगातार नंबर-1
सीसीटीएनएस रैंकिंग शुरू होने के बाद से रतलाम जिला लगातार शीर्ष पर बना हुआ है। नवीनतम रिपोर्ट में भी उसने पहला स्थान हासिल किया है। एसपी अमित कुमार के अनुसार, “डिजिटलीकरण से पुलिसिंग तेज और आसान होती है। पेपरलेस वर्क सुनिश्चित करने के लिए हर थाने में नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं, जो किसी भी कमी पर तुरंत फॉलोअप करते हैं।”
सीसीटीएनएस रैंकिंग में प्रदेश के शीर्ष 10 जिले
जिला - अंक
रतलाम - 149.40
राजगढ़ - 144.40
ग्वालियर - 143.50
सतना - 141.20
मंदसौर - 140.50
शिवपुरी - 134.30
देवास - 133.40
सीहोर - 128.00
भोपाल(शहरी) - 125.38
छिंदवाड़ा - 121.80

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