मध्य प्रदेश में फ्री होने के बावजूद ड्राइविंग लाइसेंस नहीं बनवा रहीं महिलाएं, जानें क्या है मामला
ऑनलाइन लर्निंग लाइसेंस के बाद 31 मार्च 2021 से 6 जून 2022 के बीच 5 लाख 2 हजार 394 लाइसेंस जारी हुए। पिछले 14 महीनों में 4 लाख 20 हजार पुरुषों ने लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस हासिल किया है जबकि 82 हजार 307 महिलाओं ने ।

ग्वालियर, जेएनएन। राज्य में पुरुषों की तुलना में ड्राइविंग लाइसेंस की चाहत महिलाओं में काफी कम है। पिछले 14 महीनों में 4 लाख 20 हजार पुरुषों ने लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस हासिल किया है, जबकि 82 हजार 307 महिलाओं ने लर्निंग लाइसेंस लिया है। यह स्थिति तब है जब विभाग ने महिलाओं के लिए ड्राइविंग लाइसेंस फ्री कर दिया है। महिलाओं से कोई शुल्क नहीं लिया जाता है। अब लर्निंग लाइसेंस के लिए ऑफिस जाने की जरूरत नहीं है। यह लाइसेंस आप घर बैठे प्राप्त कर सकते हैं।
परिवहन विभाग ने राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (एनआइसी) की सेवाओं को स्वीकार कर लिया है। ड्राइविंग लाइसेंस से संबंधित सेवाएं सारथी पोर्टल पर संचालित की जा रही हैं। आप घर बैठे आधार से आवेदन करके लाइसेंस प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए ऑफिस आने की जरूरत नहीं है। रेगुलर ड्राइविंग लाइसेंस के लिए टेस्ट के लिए जाना पड़ता है। ऑनलाइन लर्निंग लाइसेंस के बाद 31 मार्च 2021 से 6 जून 2022 के बीच 5 लाख 2 हजार 394 लाइसेंस जारी किए गए हैं। इसमें महिलाओं की संख्या कम है।
इंदौर की महिलाओं में DL की चाहत ज्यादा, ग्वालियर में कम
प्रदेश के चारों महानगरों में लाइसेंस की चाहत इंदौर की महिलाओं में ज्यादा है। पुरुषों के मुकाबले 40 फीसदी तक महिलाओं को लाइसेंस मिल रहा है, जबकि ग्वालियर में यह संख्या कम है. महिला लाइसेंस के मामले में ग्वालियर चौथे नंबर पर है। दूसरे नंबर पर भोपाल और तीसरे नंबर पर जबलपुर है।
-महिलाएं टू व्हीलर ड्राइविंग लाइसेंस के लिए अधिक आवेदन करती हैं। लर्निंग लाइसेंस टेस्ट पास करने के बाद रेगुलर लाइसेंस के लिए ज्यादा संघर्ष नहीं करना पड़ता है।
परीक्षा में पास नहीं हो पाए 34 हजार
लर्निंग लाइसेंस के लिए ऑनलाइन टेस्ट देना होता है। 20 में से 12 प्रश्नों के सही उत्तर देने हैं। उसके बाद लर्निंग लाइसेंस जनरेट होता है। प्रदेश में 14 माह में 34 हजार 83 लोग परीक्षा पास नहीं कर पाए। वह लर्निंग लाइसेंस टेस्ट में फेल हो गए। टेस्ट के दौरान ट्रैफिक से जुड़े सवालों के जवाब देने होते हैं।
-विभाग को 14 माह में लाइसेंस से 50 करोड़ रुपये की आय हुई है। यह आय प्रत्येक प्रकार के लाइसेंस में एकत्रित शुल्क से होती है।
14 माह में जारी हुए लर्निंग लाइसेंस की स्थिति
-महिलाएं दोपहिया वाहन के ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदन अधिक करती हैं। लर्निंग लाइसेंस टेस्ट में पास होने के बाद नियमित लाइसेंस के लिए ज्यादा मशक्कत नहीं करना पड़ती है।
-कुल लाइसेंस-502394
-पुरुष- 420063
-महिला-82307
(नोट: यह आंकड़ा 31 मार्च 2021 से 6 जून 2022 तक का है।)
प्रदेश के चार महानगरों में लाइसेंस की स्थिति
इंदौर
कुल लाइसेंस-56714
पुरुष-40533
महिला-16180
भोपाल
कुल लाइसेंस-37657
पुरुष-27075
महिला-10580
जबलपुर
कुल लाइसेंस-21683
पुरुष-15863
महिला-5819
ग्वालियर
कुल लाइसेंस-23009
पुरुष-18402
महिला-4606
वर्जन- नौकरियों और व्यवसायों में महिलाओं की भागीदारी पुरुषों की तुलना में कम है। उन्हें वाहन की जरूत कम पड़ती है। लाइसेंस कम होने का एक कारण यह भी है, लेकिन छात्राओं को लाइसेंस सुनिश्चित करने के लिए कॉलेज स्तर पर ही लर्निंग लाइसेंस कैंप का आयोजन किया जाता है।
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