Dengue in Gwalior: ग्वालियर में डेंगू के शिकार हो रहे हैं मासूम, 500 मरीजों में 250 बच्चे
Dengue in Gwalior ग्वालियर में डेंगू के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। बच्चे इस रोग का अधिक शिकार हो रहे हैं। वीरवार को जिले में 54 नए मामले सामने आये हैं जिनमें से 30 बच्चे हैं। जिले में अब तक कुल 500 लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं।

ग्वालियर, जागरण आनलाइन डेस्क। Dengue in Gwalior: शहर में डेंगू का प्रकोप तेजी से बढ़ता जा रहा है। स्थिति यह है कि जिले में डेंगू के 500 मरीजों में से 250 बच्चे इसकी चपेट में आ चुके हैं। बच्चे डेंगू का अधिक शिकार हो रहे हैं। वीरवार को आई डेंगू की रिपोर्ट में 54 में से 30 बच्चे डेंगू से पीड़ित हैं। जिले में डेंगू के मरीजों की संख्या दिनोंदिन बढ़ती ही जा रही है।
डेंगू का प्रकोप गली से लेकर पाश इलाके तक
जिले में मंगलवार को डेंगू के 52 मरीजों की पुष्टि हुई, जिनमें बच्चों की संख्या 31 बतायी गयी है। वहीं बुधवार को जिले में डेंगू का एक भी मरीज सामने नहीं आया, लेकिन एक दिन बाद डेंगू ने वीरवार को फिर से 54 मरीजों को अपनी चपेट में लिया।
ग्वालियर में डेंगू का प्रकोप गली से लेकर पाश इलाके तक फैल गया है। लेकिन अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी ये तेजी से फैल रहा है। विभाग शहर में डेंगू के लार्वा को पनपने से रोकने का कार्य ठीक से नहीं हो पा रहा है।
नियमित सर्वे जारी
ऐसे में ग्रामीण इलाकों में लार्वा सर्वेक्षण कार्यक्रम कागजी कार्रवाई से ज्यादा और कुछ भी नहीं है। यही वजह है कि ग्रामीण अंचलों से डेंगू के मरीज आ रहे हैं। वीरवार को डबरा, भितरवार, मोहना इलाके से करीब दस मरीजों की पुष्टि हुई हैं।
इस पर सह मलेरिया अधिकारी सफाई दे रहे हैं कि डेंगू के लार्वा सर्वे का कार्य नियमित रूप से किया जा रहा है। इसके लिए अन्य विभागों से भी संयोग लिया जा रहा है।
डेंगू से बचाव के लिए जन जागरूकता अभियान
डेंगू से बचाव के लिए जन जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है। यदि सप्ताह के दौरान भी घर और आसपास स्वच्छता अभियान चलाया जाता है तो डेंगू से बचाव हो सकता है। क्योंकि डेंगू का मच्छर आबादी में रहता है और घर के अंदर लार्वा के पनपने का खतरा ज्यादा रहता है। इसलिए सिर्फ घर की साफ-सफाई से ही डेंगू से बचाव हो सकता है।
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