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    मध्य प्रदेश में ओबीसी नेताओं को आगे बढ़ाएगी कांग्रेस, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अरुण यादव को मिल सकती है बड़ी जिम्मेदारी

    By Jagran NewsEdited By: Nidhi Avinash
    Updated: Tue, 12 Dec 2023 11:05 PM (IST)

    कांग्रेस में भी ओबीसी नेताओं ( OBC leaders in Madhya Pradesh ) को आगे करने की चर्चा शुरू हो गई है । लोकसभा चुनाव के पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव और जीतू पटवारी को बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है। सीधी से कमलेश्वर पटेल को चुनाव लड़ाया जा सकता है। ओबीसी नेता के तौर पर पार्टी ने उन्हें आगे बढ़ाया है पर वह सिहावल से विधानसभा चुनाव हार गए हैं।

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    मध्य प्रदेश में ओबीसी नेताओं को आगे बढ़ाएगी कांग्रेस (Image: ANI)

    भोपाल, राज्य ब्यूरो। मध्य प्रदेश में भाजपा द्वारा डा. मोहन यादव के रूप में अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) से नया मुख्यमंत्री बनाने के बाद कांग्रेस में भी ओबीसी नेताओं को आगे करने की चर्चा शुरू हो गई है। दरअसल, दो अप्रैल को पार्टी के ओबीसी नेता राजमणि पटेल का राज्यसभा का कार्यकाल समाप्त हो रहा है। उनके स्थान पर किसी अन्य ओबीसी नेता को फिर राज्यसभा भेजा जा सकता है।

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    उधर, लोकसभा चुनाव के पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव और जीतू पटवारी को बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है। सीधी से कमलेश्वर पटेल को चुनाव लड़ाया जा सकता है। ओबीसी नेता के तौर पर पार्टी ने उन्हें आगे बढ़ाया है, पर वह सिहावल से विधानसभा चुनाव हार गए हैं। उल्लेखनीय है कि कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में जातिवार गणना के माध्यम से पिछड़ा वर्ग के मुद्दे को आगे रखा था। 

    हर मंच से पिछड़ा वर्ग का मुद्दा उठाया

    कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा ने हर मंच से पिछड़ा वर्ग का मुद्दा उठाया। 62 टिकट ओबीसी वर्ग को दिए गए थे। यह बात अलग है कि इसका चुनाव में कोई लाभ नहीं मिला। अन्य पिछड़ा वर्ग बहुल सीटों के हिसाब से देखें तो भाजपा ने 72 में 55 सीटों पर विजय प्राप्त की। चुनाव के दौरान कांग्रेस के ओबीसी नेता अरुण यादव हाशिए पर रहे। स्टार प्रचारक होने के बाद भी उन्हें आगे नहीं बढ़ाया गया। उधर, जीतू पटवारी, कमलेश्वर पटेल और सिद्धार्थ कुशवाहा अपने-अपने क्षेत्र में फंसे रहे।

    अरुण यादव को दिल्ली बुलाया गया

    इस बीच अरुण यादव को पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने दिल्ली बुलाया और विधानसभा चुनाव में करारी हार के साथ संगठन से जुड़ी जानकारियां लीं। प्रदेश कांग्रेस के उच्च पदस्थ सूत्रों का कहना है कि उम्मीदवारों से संगठन की जो रिपोर्ट मांगी गई है, उसके आधार पर निर्णय लिया जाएगा। प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा का कहना है कि जो दल जातिवार गणना का पक्षधर हो, वह 56 प्रतिशत आबादी की उपेक्षा कैसे कर सकता है। हमने तो संगठन में हर वर्ग को प्रतिनिधित्व दिया है। कई मोर्चा-प्रकोष्ठ गठित किए हैं। हर वर्ग को उसके अनुपात में भागीदारी देने का पहले भी काम किया है और आगे भी करेंगे।

    छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की विधायक दल की बैठक आज

    छत्तीसगढ़ में भाजपा के शपथ ग्रहण समारोह के दिन बुधवार को कांग्रेस ने विधायक दल की बैठक आयोजित की है। रायपुर स्थित कांग्रेस मुख्यालय में दोपहर दो बजे बैठक शुरू होगी, जिसमें प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा व अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष अजय माकन शामिल होंगे।

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