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Project Cheetah: नामीबिया से खास विमान में भारत आएंगे चीते, मनमोह लेगी इस पर बनी खूबसूरत पेंटिंग

Project Cheetah प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी 17 सितंबर को कुनो नेशनल पार्क में चीते छोड़ेंगे। चीतों को नामीबिया से भारत लाया जा रहा। जिस विमान से इन्हें लाया जाएगा उस पर अरेबियन टाइगर की पेंटिंग बनी है। नामिबिया में भारतीय दूतावास ने स्‍पेशल विमान की तस्‍वीर साझा की है।

By Babita KashyapEdited By: Published: Thu, 15 Sep 2022 10:23 AM (IST)Updated: Thu, 15 Sep 2022 10:23 AM (IST)
Project Cheetah: नामीबिया से आठ चीतों को एक खास विमान से भारत लाया जाएगा।

भोपाल, जागरण आनलाइन डेस्‍क। Project Cheetah: नामीबिया से आठ चीतों को एक खास विमान से भारत लाया जाएगा। इस खास विमान की तस्‍वीर सामने आयी है, इस पर अरेबियन टाइगर की खूबसूरत पेंटिंग बनी हुई है। एयरलाइन कंपनी ने इस फ्लाइट को स्पेशल फ्लैग नंबर 118 दिया है।

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विमान कंपनी के लिए भी ऐतिहासिक पल 

चीतों को शिफ्ट करने के लिए ये कंपनी दुनिया में पहली बार उड़ान भरेगी। इसलिए इस विमान कंपनी के लिए भी ये ऐतिहासिक पल होगा। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी अपने जन्‍मदिवस 17 सितंबर पर इन चीतों को कुनो अभयारण्‍य के बाड़े में छोड़ेंगे। चीतों को लेने के लिए विमान नामीबिया पहुंच चुका है, विमान की तस्‍वीर भी नामिबिया में भारतीय दूतावास ने ट्वीट की है।

चीतों की तस्‍वीरें जारी, 3 नर और 5 मादा

देश की जनता नामीबिया से चीतों के आने का बेसब्री से इंतजार कर रही है। भारत आने वाले इन 8 चीतों की तस्वीरें जारी की गई हैं। इनमें से तीन नर और पांच मादा बताए गए हैं। इनकी उम्र ढाई से साढ़े पांच साल के बीच है। ये भी जानकारी मिली है कि इनमें से दो सगे भाई हैं और नामीबिया के एक प्राइवेट रिजर्व में रह रहे हैं।

चीतों को भारत लाने की परियोजना में शामिल एक एजेंसी चीता संरक्षण कोष ने एक विवरण जारी कर बताया कि इन चीतों में आठ पुरुष हैं जबकि पांच मादा हैं। इनकी उम्र साढ़े चार साल, एक दो साल की, एक ढाई साल की और एक की उम्र तीन से चार साल के बीच बतायी गई है।

चीतों का विस्तृत जानकारी भी की गई साझा

नामीबिया से भारत लाए जा रहे इन चीतों के बारे में संगठन की आरे से विस्तृत जानकारी भी साझा की गई है। इसमें उनका संपूर्ण विवरण भी शामिल है। जैसे वह किस रिजर्व से आये हैं और वहां वह कब से रह रहे थे। इस विशेष विमान में इनके आराम के लिए खास बदलाव किए गए हैं। यात्रा के दौरान उन्‍हें महसूस नहीं होगा कि वो जंगल से बाहर हैं।

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श्योपुर के कूनो राष्ट्रीय अभयारण्य में चीतों का आना पूरे प्रदेश के लिए गौरव और सम्मान की बात है। देश व प्रदेश के गौरव और सम्मान के विषय पर कांग्रेस को हमेशा से ही पीड़ा होती है।

View attached media content - Dr.Narottam Mishra (@drnarottammisra) 14 Sep 2022


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