2025 में बनकर तैयार हो जाएगा पहला मेड इन इंडिया सेमीकंडक्टर, केंद्रीय मंत्री वैष्णव ने कर दी घोषणा
केंद्रीय इलेक्ट्रानिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि भारत अपने इतिहास में पहली बार इस वर्ष मेड इन इंडिया सेमीकंडक्टर चिप लांच करेगा। साल के अंत तक सेमीकंडक्टर चिप का उत्पादन शुरू हो जाएगा। यह देश के इलेक्ट्रानिक्स और टेक्नोलाजी क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा। प्रधानमंत्री ने भोपाल और जबलपुर में दो इलेक्ट्रानिक विनिर्माण क्लस्टरों की मंजूरी दी है।
जेएनएन, भोपाल। केंद्रीय इलेक्ट्रानिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि भारत अपने इतिहास में पहली बार इस वर्ष मेड इन इंडिया सेमीकंडक्टर चिप लांच करेगा। साल के अंत तक सेमीकंडक्टर चिप का उत्पादन शुरू हो जाएगा। यह देश के इलेक्ट्रानिक्स और टेक्नोलाजी क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा।
इलेक्ट्रानिक्स मैन्युफैक्चरिंग का कार्य तेजी से बढ़ रहा भारत
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (जीआइएस) के दूसरे दिन मंगलवार को उन्होंने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए इस महत्वपूर्ण जानकारी को साझा किया। उन्होंने खास तौर पर मध्य प्रदेश का उल्लेख किया, जहां इलेक्ट्रानिक्स मैन्युफैक्चरिंग का कार्य तेजी से बढ़ रहा है।
दो इलेक्ट्रानिक विनिर्माण क्लस्टरों की मंजूरी
प्रधानमंत्री ने भोपाल और जबलपुर में दो इलेक्ट्रानिक विनिर्माण क्लस्टरों की मंजूरी दी है, जो इस क्षेत्र में और भी तेजी ला रहे हैं। वैष्णव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन और नेतृत्व ने भारत के इलेक्ट्रानिक्स मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है। यह सेक्टर अब केवल भारत के विकास में ही नहीं, बल्कि ग्लोबल मार्केट में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
सेमीकंडक्टर चिप का महत्व
सेमीकंडक्टर चिप एक छोटा लेकिन अत्यधिक महत्वपूर्ण इलेक्ट्रानिक कंपोनेंट है, जो आधुनिक उपकरणों और तकनीकी प्रणालियों का अहम हिस्सा बन चुका है। यह चिप सिलिकान जैसे सेमीकंडक्टर सामग्री से बनती है और इसमें एकीकृत सर्किट होते हैं। इनका उपयोग प्रोसेसिंग, मेमोरी स्टोरेज और सिग्नल एम्प्लीफिकेशन जैसी कई महत्वपूर्ण प्रक्रियाओं में किया जाता है।
भारत का इलेक्ट्रानिक्स मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर 10 लाख करोड़ का
बता दें कि भारत का इलेक्ट्रानिक्स मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर पिछले कुछ वर्षों में अभूतपूर्व विकास की ओर बढ़ा है। आज भारत का इलेक्ट्रानिक्स मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर 10 लाख करोड़ रुपये मूल्य तक पहुंच चुका है। वर्तमान में भारत में इस क्षेत्र में पांच अलग-अलग इकाइयों पर काम चल रहा है।
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