Bhopal News: महिला डॉक्टर को पकड़ने के लिए एसआइटी का दिल्ली में डेरा, मानव तस्करी के तार सीमा तक ऐसे पहुंचे
राजधानी में कन्याभोज के बहाने दो बच्चियों को अगवा करने वाली आरोपित अर्चना सैनी का गिरोह दिल्ली की डॉक्टर सीमा ही चला रही थी। मानव तस्करी के तार सीमा तक पहुंचने के बाद पुलिस ने एसआइटी बनाकर एक टीम को दिल्ली भेज दिया है। टीम अर्चना को भी साथ ले गई है जिससे डॉक्टर को पकड़ने में आसानी हो। टीम 24 घंटे से महिला डॉक्टर का पता लगा रही है।

जेएनएन, भोपाल। राजधानी में कन्याभोज के बहाने दो बच्चियों को अगवा करने वाली आरोपित अर्चना सैनी का गिरोह दिल्ली की डॉक्टर सीमा ही चला रही थी। मानव तस्करी के तार सीमा तक पहुंचने के बाद पुलिस ने एसआइटी बनाकर एक टीम को दिल्ली भेज दिया है।
टीम अर्चना को भी साथ ले गई है, जिससे डॉक्टर को पकड़ने में आसानी हो। टीम 24 घंटे से महिला डॉक्टर का पता लगा रही है। बताया जा रहा है कि मुंबई, झारखंड, हरियाणा, दिल्ली में सीमा के संपर्क में ऐसे कई लोग हैं, जो इस धंघे से जुड़े हैं।
वह लंबे समय से बच्चों को खरीदने-बेचने का काम कर रही है। इधर, पुलिस को अर्चना के पति की भूमिका भी संदिग्ध लग रही है। उसके खाते से अर्चना के खाते में भी पैसे आ रहे थे। पुलिस ने भोपाल में अर्चना के घर की फिर से तलाशी ली तो अधिकांश सामान गायब थे।
वह फोन भी रिसेट करने की तैयारी कर रही थी, लेकिन तब तक पुलिस दरवाजे पर पहुंच गई थी। पुलिस मानव तस्करी के आरोप में अर्चना सैनी (39), उसका लिवइन पार्टनर निशांत स्वामी (31), बेटा सूरज सैनी (19) और उसकी महिला मित्र मुस्कान बानो को रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है। शुक्रवार को डीसीपी रियाज इकबाल ने मामले का लिंक अंतरराष्ट्रीय तस्करों के साथ जुड़ने पर जांच विशेष दल को सौंप दिया। इसकी निगरानी एसीपी कोतवाली अनीता प्रभा शर्मा करेंगी।
मानव तस्करी में इतना रुपया आ रहा था कि गिरोह को अकाउंटेंट रखना पड़ा था। मोबाइल काल से मिले साक्ष्यों के आधार पर अभी तक लाखों रुपये में बच्चे बेचने की जानकारी मिली है। पुलिस के मुताबिक, भोपाल की बच्चियों को प्रति बच्ची एक से सवा लाख रुपए में बेचने का प्रयास किया जा रहा था। आरोपित इससे पहले भी कई बच्चों को उठाकर बेच चुके हैं। लाखों रुपए की राशि संभालने के लिए गिरोह ने केरल के एक व्यक्ति को काम सौंपा था, जिसकी तलाश की जा रही है। वह अकाउंटेंट बताया जा रहा है।
एनआरआइ दंपती ने दी पर्शियन बिल्ली
पुलिस कार्रवाई के दौरान अर्चना के घर से पर्शियन बिल्ली, विदेशी कुत्ते, बर्ड्स और कछुए मिले थे। पुलिस ने इन्हें पेट लवर्स के सौंप दिया है। निशांत कालोनी में कुत्तों को टहलाने निकलता था। अर्चना को पर्शियन बिल्ली एक एनआरआइ दंपती ने दिए थे। पुलिस को शंका है कि यह बच्चे बेचने का उपहार भी हो सकता है।
बच्चियों के नाम क्रिश्चियन समुदाय पर रखने थे
डीसीपी रियाज इकबाल की पूछताछ में आरोपितों ने कबूला कि कफ्र्यू माता मंदिर से उठाई गई दोनों बच्चियों का नाम क्रिश्चियन समुदाय के नाम पर रखने वाले थे। आरोपितों ने बताया कि इससे पहले वह दिल्ली से दो बच्चियों का अपहरण कर लाए थे। उनका नाम अकीरो एवं एंजेल रखा था।
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