Bhopal Iztema: तब्लीगी इज्तिमा के लिए 30 हजार वालेंटियर्स को मिले क्यूआर कोड, 'डिजिटल ट्रैकिंग' से आसान होगी राह
भोपाल में 78वां आलमी तब्लीगी इज्तिमा शुरू हो रहा है, जिसमें देश-विदेश से लोग शामिल होंगे। इस बार 'जीरो वेस्ट' थीम पर ध्यान दिया जा रहा है, और प्लास्टिक पर प्रतिबंध है। आयोजन स्थल पर क्यूआर कोड से जानकारी मिलेगी। लाखों लोगों के ठहरने और खाने का इंतजाम किया गया है, और सफाई के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। इज्तिमा 470 एकड़ में फैला है, जिसमें सभी के लिए सुविधाएं उपलब्ध हैं।

इज्तिमा आयोजन स्थल पर तैयारियां पूरी।
डिजिटल डेस्क, भोपाल। मप्र की राजधानी भोपाल में होने वाला इज्तिमा अंतरराष्ट्रीय मुस्लिम धर्म सम्मेलन है, जिसमें देशभर की जमातें और विदेशी नागरिक शामिल होते हैं। ईंटखेड़ी में चार दिवसीय 78वां आलमी तब्लीगी इज्तिमा शुक्रवार से शुरू होने जा रहा है। इसके लिए पुलिस और प्रशासन ने अपनी तैयारी पूरी कर ली है। दुनिया के सबसे बड़े मुस्लिम धर्म सम्मेलन की शुरुआत 14 नवंबर को फजिर की नमाज के साथ होगी, जो 17 नवंबर को सामूहिक दुआ के साथ समाप्त होगा। इस दौरान देश-विदेश से आए मुस्लिम विद्वानों की तकरीरें होंगी। इसमें लगभग दस लाख से अधिक लोगों के शामिल होने की संभावना है।
स्कैन करते ही खुल जाएगी डिजिटल कुंडली
आयोजन स्थल पर व्यवस्था बनाने के लिए तीस हजार सेवादारों को कार्ड दिए गए हैं। इन कार्डों में एक क्यूआर कोड दिया गया है, जिसमें पूरे इज्तिमा स्थल की जानकारी है। इसे स्कैन करने पर यह पता लगाया जा सकेगा कि कौन सी जमात किस जगह है, कौन सी जरूरी चीज कहां मिल रही है। बता दें कि इज्तिमा नाम का यह धार्मिक सम्मेलन कई देशों में होता है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर का सबसे बड़ा आयोजन भोपाल में ही होता है।
जीरो वेस्ट और ग्रीन थीम
इस बार का इज्तिमा ‘जीरो वेस्ट’ थीम पर आधारित है। प्रवक्ता उमर हफीज के अनुसार, प्लास्टिक और डिस्पोजल वस्तुओं पर पूरी तरह प्रतिबंध है। नगर निगम और ग्राम पंचायतों के सहयोग से पूरे आयोजन को ‘ग्रीन एंड क्लीन इज्तिमा’ बनाने की योजना है। कचरा प्रबंधन विशेषज्ञ सैयद इम्तियाज अली ने बताया कि इस बार उत्पन्न होने वाला कचरा 180 मीट्रिक टन से घटाकर 120 मीट्रिक टन तक सीमित रखने का लक्ष्य है। इस समागम में पहली बार इज्तिमा स्थल के आसपास की आठ ग्राम पंचायतें सफाई समेत अन्य व्यवस्थाओं में सहयोग कर रही है। वहीं दूसरी ओर वुजू में प्रतिदिन खर्च होने वाले 90 लाख लीटर पानी को कम करने की दिशा में भी ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। बायोमेडिकल वेस्ट और गंदे पानी का ट्रीटमेंट और रीसाइक्लिंग की जाएगी।
स्थल और व्यवस्था
यहां प्रतिदिन लगभग चार लाख लोगों का आना-जाना रहेगा और दो लाख लोगों के सोने का इंतजाम किया गया है। रेलवे स्टेशन पर भी जमातियों के ठहरने और खाने का प्रबंध किया गया है। दुआ वाले आखिरी दिन 12 लाख से अधिक लोगों के शामिल होने का अनुमान है( उसी हिसाब से व्यवस्थाएं की गई हैं।
तीन शिफ्टों में चलेगा सफाई अभियान
आलमी तब्लीगी इज्तिमा में स्वच्छता की जिम्मेदारी पूरी तरह नगर निगम के कंधों पर रहेगी। इसके लिए निगम ने बड़ी तैयारी की है। सभी 21 जोनों से 60-60 कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। इस तरह करीब 1260 सफाई कर्मी इज्तिमा स्थल और आसपास के क्षेत्रों में सफाई व्यवस्था को संभालेंगे।
सफाई कार्य को व्यवस्थित रूप से संचालित करने के लिए नगर निगम ने तीन शिफ्टों में काम करने की योजना बनाई है। हर शिफ्ट में लगभग 420 सफाई कर्मचारी तैनात रहेंगे, जो पूरे क्षेत्र की सफाई, कचरा निस्तारण और स्वच्छता बनाए रखने का कार्य करेंगे। निगरानी के लिए निगम के सभी सहायक स्वास्थ्य अधिकारियों को ड्यूटी पर लगाया गया है, जो सफाईकर्मियों की टीमों के कार्य की निगरानी करेंगे।
देशभर से आती हैं जमातें
उमर हफीज बताते हैं विदेश से कोई जमात नहीं आती, बल्कि लोग व्यक्तिगत रूप से आते हैं। उनका पुलिस वेरीफिकेशन होता है। इसी तरह देश के सभी राज्यों से जमातें आती हैं और कुछ लोग बिना जमात के भी शामिल होते हैं।
ये सुविधाएं उपलब्ध
470 एकड़ में फैला है इस बार इज्तिमा।
120 एकड़ में पांडाल और 350 एकड़ में पार्किंग व्यवस्था।
5,000 से अधिक शौचालय बनाए गए हैं।
600 अस्थाई बाथरूम नहाने के लिए उपलब्ध हैं।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।