भोपाल में VIP से लूट के बाद जिन्हें खोजने में जुटी थी पुलिस, उन्हीं बदमाशों ने अगले दिन सड़कों पर मचाया कहर
भोपाल में अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। उपमुख्यमंत्री के पीए से लूट के बाद, बदमाशों ने शहर में कई मोबाइल छीने। पुलिस की निष्क्रियता के कारण, पीड़ितों की शिकायतों पर ध्यान नहीं दिया गया। बाद में, टीटीनगर पुलिस ने दो नाबालिगों सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार किया और लूटे गए मोबाइल फोन बरामद किए। हाई अलर्ट के बावजूद हुई इन वारदातों ने पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए।

टीटीनगर पुलिस ने आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद उसके पास से मोबाइल और बाइक भी जब्त की।
नवदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। राजधानी की सड़कों पर अपराधियों के हौसले इस कदर बुलंद हो गए कि उपमुख्यमंत्री के पीए से मोबाइल लूटने जैसी बड़ी वारदात के अगले ही दिन वे पूरे शहर में कहर मचाते घूमते रहे। पुलिस जिन्हें धरती-आसमान एक कर तलाश रही थी, वही बदमाश बेखौफ होकर शहर की सड़कों पर राह चलते लोगों से सिलेसिलेवार मोबाइल झपट रहे। लेकिन ताज्जुब की बात यह है कि कोलार , शाहपुरा से बागसेवनिया और हबीबगंज व एमपीनगर क्षेत्र की मुख्य सड़कों पर मोबाइल लुटेरों का आतंक पुलिस को नहीं दिखाई दिया।
इसके उलट जिन लोगों के मोबाइल झपटे गए, पुलिस ने कार्रवाई करने की बजाय खामोशी ओढ़े रखी और उनकी शिकायतों पर थानों में सुनवाई तक नहीं हुई। वहीं जब ये बदमाश पकड़े गए और हर घटना में इनकी भूमिका सामने आई, तब पुलिस ने अन्य मामलों में केस दर्ज किया। इस प्रकरण में टीटीनगर पुलिस ने दो नाबालिग समेत कुल चार बदमाशों को पकड़ा है। इनमें एक आरोपित फरदीन खान आदतन अपराधी है, जबकि फैज अली व अन्य दोनों के आपराधिक रिकार्ड पुलिस को नहीं मिले हैं।
पुलिस के अनुसार तुलसी नगर निवासी सुधीर दुबे जो कि उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल के पीए हैं। उनसे विगत मंगलवार रात करीब नौ बजे जेपी अस्पताल के सामने बाइक सवार बदमाशों ने मोबाइल लूट लिया था। उन्होंने डायल-112 को फोन कर घटना की सूचना दी थी। जिसके बाद पुलिस ने आरोपितों की तलाश शुरू कर दी थी। शुरूआत में पुलिस का दावा था कि पीए से मोबाइल झपटने वाले बाइक सवार बदमाश सीसीटीवी कैमरे में दिखाई दिए हैं। लेकिन पुलिस ने उन्हें पकड़ने में सुस्ती दिखाई और उधर अगले दिन बदमाश भोपाल की सड़कों पर कहर बनकर टूटे।
हर दस मिनट में एक वारदात
आरोपितों ने पांच थाना क्षेत्रों में मोबाइल लूट की आठ वारदातों को महज 75 मिनट के भीतर ही अंजाम दिया और हर वारदात लगभग दस मिनट के भीतर अंजाम दी गई। बदमाशों ने सबसे पहले शाम 7:15 बजे शाहपुरा में भरत नगर के सामने आशुतोष प्रताप सिंह नामक व्यक्ति से मोबाइल झपटा, फिर पांच मिनट बाद शैतान सिंह चौराहे के पास विशाल कुकरेजा का मोबाइल झपटा।
बदमाश इसके बाद बागसेवनिया पहुंचे। वहां उन्होंने बाजार से 8:04 बजे सूरज कुमार का मोबाइल लूटा और फिर ठीक दस मिनट बाद एम्स अस्पताल के गेट क्रमांक चार के सामने सुमित पाटिल का मोबाइल झपटकर फरार हो गए। इस दौरान आरोपितों ने कोलार, हबीबगंज और एमपीनगर क्षेत्र से भी मोबाइल झपटे। मामले में बागसेवनिया ने दो केस जबकि शाहपुरा थाने में तीन केस दर्ज किए गए हैं। अन्य तीन झपटमारी के प्रकरणों में एमपीनगर, हबीबगंज और कोलार पुलिस ने आरोपितों के पकड़े जाने के बाद शिकायतों को टीटीनगर थाने भेज दिया था।
दिल्ली ब्लास्ट के बाद हाई अलर्ट के दौरान हुई वारदातें
शहर की सड़कों पर बदमाशों ने आतंक तब मचाया, जब दिल्ली ब्लास्ट के बाद भोपाल में हाई अलर्ट जारी किया गया था। दावा किया जा रहा था कि पुलिस ने सड़कों पर गश्त बढ़ा दी थी, लेकिन बदमाशों की वारदातों ने सुरक्षा इंतजामों की पोल खोल दी।
मोबाइल बेचने की फिराक में थे आरोपित
टीटीनगर थाना प्रभारी गौरव सिंह दोहर ने बताया कि आरोपित घटना के बाद से मोबाइल बेचने की फिराक में थे। बुधवार रात को वे बाणगंगा क्षेत्र में मोबाइल बेचने के लिए ग्राहक ढूंढ रहे थे। इसी दौरान पुलिस ने घेराबंदी कर अशोकागार्डन निवासी 18 वर्षीय फरदीन खान और तलैया निवासी 22 वर्षीय फैज अली को गिरफ्तार किया। वहीं उनकी निशानदेही पर पुलिस ने लूट में शामिल अन्य दो नाबालिगों को भी पकड़ा। सभी के पास से लूट के कुल नौ मोबाइल जब्त किए गए हैं।
टीटीनगर में हुई घटना के बाद संदिग्ध बदमाशों के फुटेज मिल गए थे। पुलिस लगातार उन्हें फालो कर रही थी। पुलिस की टीमें भीड़भाड़ वाले इलाके में भी सुरक्षा को लेकर तैनात की गई थीं। फिलहाल सभी आरोपित गिरफ्तार हैं और उनसे मोबाइल भी जब्त किए हैं।
- आशुतोष गुप्ता, डीसीपी जोन-1, भोपाल

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