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    Bhopal: आंगनबाड़ी केंद्रों का बुरा हाल, प्रसूताओं को नहीं मिल रहा इलाज; CMHO को लेकर जिला पंचायत में हंगामा

    By Jagran NewsEdited By: Paras Pandey
    Updated: Sat, 22 Jul 2023 07:00 AM (IST)

    जिला पंचायत सभाकक्ष में शुक्रवार को स्वास्थ एवं महिला बाल विकास समिति की बैठक हंगामेदार रही। ग्रामीण क्षेत्रों में प्रसूताओं को इलाज नहीं मिलने से जिला पंचायत सदस्य रश्मि अवनीश भार्गव सीएमएचओ प्रभाकर तिवारी पर भड़क गई वहीं आंगनबाड़ी केंद्रो की दुर्दशा को लेकर महिला बाल विकास विभाग के अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई और जिला पंचायत सदस्य ने नाराजगी व्यक्त की।

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    स्वास्थ एवं महिला बाल विकास समिति की बैठक हंगामेदार रही।

    भोपाल, जेएनएन। जिला पंचायत सभाकक्ष में शुक्रवार को स्वास्थ एवं महिला बाल विकास समिति की बैठक हंगामेदार रही। ग्रामीण क्षेत्रों में प्रसूताओं को इलाज नहीं मिलने से जिला पंचायत सदस्य रश्मि अवनीश भार्गव सीएमएचओ प्रभाकर तिवारी पर भड़क गई, वहीं आंगनबाड़ी केंद्रो की दुर्दशा को लेकर महिला बाल विकास विभाग के अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई। जिला पंचायत सदस्य ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि ग्रामीण क्षेत्र के स्वास्थ्य केंद्र में डाक्टर नहीं रहते हैं। इलाज के लिए लोग भटकते रहते हैं।

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    मजबूरी में भोपाल इलाज कराने आते हैं। वहीं सदस्य विनय मेहर ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र के स्वास्थ्य केंद्रों में 24 घंटे सर्जिकल स्पेशलिस्ट डाक्टर होना चाहिए जिससे ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को तत्काल इलाज मिल सके। वर्तमान में बैरसिया, कोलार और बैरागढ़ के ग्रामीण क्षेत्रों में सीरियस मरीज को हमीदिया रेफर किया जाता है। महिला बाल विकास अधिकारियों को फटकार इधर सदस्य बिछिया विनोद राजोरिया ने ग्रामीण क्षेत्र के आंगनबाड़ी केंद्रो के बुरे हाल पर महिला बाल विकास के अधिकारियों को फटकार लगाई।

    साथ ही कहा कि आंगनबाड़ी के नए भवन भी जर्जर हालत में हैं। कोई भी जवाबदार अधिकारी आंगनबाड़ी केंद्रों में जाकर बच्चों की समस्या नहीं देखते हैं। बैठक में सभी सदस्यों ने महिला बाल विकास अधिकारी पर नाराजगी जताई। सीएमएचओ ने दी चिकित्सकों की जानकारीडा.प्रभाकर तिवारी ने सदस्यों को स्वास्थ्य केंद्रों के बारे में बताया कि भोपाल जिले में 72 स्वास्थ्य एवं उप स्वास्थ्य केंद्र हैं। इन पर डाक्टर व नर्स की ड्यूटी 24 घंटे रहती हैं। डा. तिवारी ने बताया कि सरकार द्वारा एक नई डिजिटल योजना लागू की गई है।

    जिसमें व्यक्तियों द्वारा अपने इलाज की सारी रिपोर्ट डिजिटल रखी जाती है। कागज संभालने का कोई झंझट नहीं है। इस दौरान उपस्थित सदस्यों का आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के अंतर्गत आइडी बनाई गई।दिल्ली से आए डाक्टरों ने दिया प्रजेंटेशनभोपाल जिला पंचायत की स्वास्थ्य एवं महिला बाल विकास समिति की बैठक में पहली बार दिल्ली से डाक्टर प्रजेंटेशन देने के लिए पहुंचे। इस बैठक में शामिल होने के लिए दिल्ली से डब्ल्यूएचओ की नेशनल टीम लीडर डा. रचना कपूरिया भी पहुंची।

    उन्होंने सदस्यों को स्वास्थ्य से संबंधित जानकारियों को विस्तार से समझाया। वहीं सभापति चंद्रेश सुरेश राजपूत ने मुख्यमंत्री श्रमिक सेवा प्रसूति सहायता योजना की समीक्षा करते हुए ग्रामीण क्षेत्रों में गर्भवती महिलाओं के पंजीकरण ज्यादा से ज्यादा कराने की बात कही। ग्रामीण क्षेत्रों के स्वास्थ्य केंद्रों में डिलीवरी के लिए सभी सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए।