Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    भोपाल एम्‍स कैंसर मरीजों की देखभाल करेगा AI, पूछेगा- क्‍या आपको दर्द हो रहा है, खाने में समस्‍या तो नहीं!

    Updated: Sat, 15 Mar 2025 05:30 AM (IST)

    एम्स भोपाल को कैंसर मरीजों की जीवन गुणवत्ता सुधारने के लिए एक बड़ी उपलब्धि मिली है। भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) ने डिजिटल आन्कोलाजी (कैंसर देखभाल) के लिए एम्स भोपाल को 20 लाख रुपये का अनुसंधान अनुदान प्रदान किया है। यह शोध आईआईटी इंदौर के नवाचार केंद्र के सहयोग से किया जाएगा। भारत में कैंसर मरीजों की मृत्यु दर पश्चिमी देशों की तुलना में अधिक है।

    Hero Image
    कैंसर मरीजों से एआई पूछेगा-क्‍या आपको दर्द हो रहा है (सांकतिक तस्वीर)

     जेएनएन, भोपाल। एम्स भोपाल को कैंसर मरीजों की जीवन गुणवत्ता सुधारने के लिए एक बड़ी उपलब्धि मिली है। भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) ने डिजिटल आन्कोलाजी (कैंसर देखभाल) के लिए एम्स भोपाल को 20 लाख रुपये का अनुसंधान अनुदान प्रदान किया है। यह शोध आईआईटी इंदौर के नवाचार केंद्र के सहयोग से किया जाएगा।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    ऐसे होगा मरीजों की जिंदगी पर असर

    इस परियोजना के तहत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की मदद से कैंसर मरीजों के इलाज के बाद उनकी जीवन गुणवत्ता (क्वालिटी आफ लाइफ) पर शोध किया जाएगा।

    एआई पूछेगा यह सवाल

    इसके लिए एक डिजिटल प्लेटफार्म विकसित किया जाएगा, जो मरीजों से उनके स्वास्थ्य और समस्याओं के बारे में सवाल पूछेगा, जैसे – क्या आपको दर्द हो रहा है? खाने-पीने में दिक्कत तो नहीं? आपको सबसे ज्यादा तकलीफ किस चीज से हो रही है? मरीजों से मिले इन जवाबों का विश्लेषण करके डॉक्टर उनके लिए बेहतर उपचार योजना बना सकेंगे।

    डिजिटल हेल्थ में बड़ी पहल

    इस परियोजना से कैंसर मरीजों की शारीरिक और मानसिक सेहत, सामाजिक जुड़ाव और इलाज के प्रभावों का मूल्यांकन किया जाएगा। भारत में अभी तक ऐसा कोई डिजिटल टूल नहीं था जो कैंसर मरीजों की जीवन गुणवत्ता को माप सके। यह शोध इस कमी को पूरा करेगा और कैंसर मरीजों को बेहतर देखभाल और व्यक्तिगत उपचार समाधान देगा।

    भारत में कैंसर मरीजों की मृत्यु दर पश्चिमी देशों की तुलना में अधिक है। इस शोध से हम एक ऐसा डिजिटल उपकरण विकसित करेंगे, जो भारतीय मरीजों की जरूरतों के अनुसार उनकी जीवन गुणवत्ता को माप सके। इससे कैंसर मरीजों को बेहतर इलाज मिलेगा और उनका जीवन आसान बनेगा। - प्रो. अजय सिंह, कार्यपालक निदेशक, एम्स भोपाल।

    यह भी पढ़ें- रीवा में भीषण सड़क हादसा, पुल से गिरी तेज रफ्तार कार; तीन लोगों की मौके पर मौत