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    Astronomical Event: 21 जून को सबसे बड़ा दिन और सबसे छोटी होगी रात, परछाई भी छोड़ देगी साथ

    By Sachin Kumar MishraEdited By:
    Updated: Sun, 19 Jun 2022 07:57 PM (IST)

    Astronomical Event हर वर्ष 21 जून को सूर्य उत्तरी गोला‌र्द्ध में कर्क रेखा पर लंबवत होता है। उज्जैन कर्क रेखा के नजदीक स्थित है। अत दोपहर को परछाई कुछ ...और पढ़ें

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    खगोलीय घटना: 21 जून को परछाई भी छोड़ देगी साथ; सबसे बड़ा दिन और रात सबसे छोटी होगी।

    उज्जैन, जेएनएन। Astronomical Event: सूर्य के उत्तरी गोला‌र्द्ध में कर्क रेखा पर लंबवत होने से 21 जून को दोपहर 12 बजकर 28 मिनट पर परछाई भी साथ छोड़ देगी। जीवाजी वेधशाला के अधीक्षक डा. राजेंद्र प्रकाश गुप्त ने बताया कि हर वर्ष 21 जून को सूर्य उत्तरी गोला‌र्द्ध में कर्क रेखा पर लंबवत होता है। उज्जैन, कर्क रेखा के नजदीक स्थित है। अत: दोपहर को परछाई कुछ पल के लिए शून्य हो जाएगी।

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    वेधशामा में देख सकेंगे खगोलीय घटना

    वेधशाला में इस खगोलीय घटना को शंकु यंत्र के माध्यम से प्रत्यक्ष देखा जा सकता है। इस दिन सबसे बड़ा दिन और रात सबसे छोटी होगी। सूर्योदय सुबह पांच बजकर 42 मिनट पर और सूर्यास्त शाम सात बजकर 16 मिनट पर होगा। इस प्रकार दिन सबसे बढ़ा 13 घंटे 34 मिनट का और रात 10 घंटे 26 मिनट की होगी। 21 जून के बाद सूर्य की गति दक्षिण की ओर होगी। इसे दक्षिणायन का प्रारंभ कहते हैं। इस दिन के बाद दिन धीरे-धीरे छोटे होंगे। 23 सितंबर को दिन और रात बराबर होंगे।

    इस बार वर्ष का सबसे लंबा दिन और सबसे छोटी रात 21 और 22 जून को होगी। पृथ्वी का अधिकतम अक्षीय झुकाव सूर्य की तरफ रहेगा। चंद्रमा भी बृहस्पति के करीब पहुंचेगा और मंगल के करीब आ जाएगा। अगले दिन 23 जून को चंद्रमा अन्य सभी ग्रहों की तुलना में बड़ा दिखेगा। अधिक चमकदार भी रहेगा। यह गति करते हुए मंगल के आगे आ जाएगा, जिससे कुछ घंटे के लिए मंगल ग्रह नहीं दिखेगा। इससे उपगूहन (ग्रहण) जैसी स्थिति बनेगी।

    खगोल वैज्ञानिकों के अनुसार, 23 जून को भारत में रात एक बजे मंगल और चंद्रमा उदित होंगे। उपगूहन यहां नहीं दिखेगा। अंटार्कटिका में यह घटना दृश्यमान होगी। भारतीय समयानुसार, शाम 5:30 बजे से रात 8:30 बजे तक उपगूहन रहेगा। पिछले वर्ष 17 अप्रैल को ऐसा संयोग बना था। करीब 18 साल बाद बुध, शुक्र, मंगल, बृहस्पति और शनि एक सीध में आए हैं। यह संयोग तीन जून से बना है। पूरे माह यही स्थिति रहेगी।

    अब वर्ष 2040 में ऐसा संयोग बनेगा। खगोल विज्ञानियों के अनुसार लोग किसी खुले स्थान से बिना दूरबीन के यदि आसमान को देखेंगे तो 18 जून को चंद्रमा शनि के निकट दिखाई देगा। चंद्रमा के पास 26 जून को शुक्र नजर आएगा और 27 जून को चंद्रमा के पास बुध देखा जा सकेगा।