मप्र में सरकारी स्कूलों में पढ़ाई के साथ खेल भी खिलांएगे मास्टर जी, 500 शिक्षक होंगे प्रशिक्षित
MP School Educationमध्य प्रदेश के सरकारी स्कूलों में पढ़ाई के साथ-साथ खेल कूद पर भी ध्यान दिया जाएगा इसके लिए स्कूलों के 500 शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाएगा। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में छिपी प्रतिभाओं को भी मंच मिल पाएगा।

इंदौर, जेएनएन। आमतौर पर सरकारी स्कूलों में खेलों पर विशेष ध्यान नहीं दिया जाता है, लेकिन शिक्षा विभाग अब खेलों के प्रति गंभीर होता जा रहा है। सभी सरकारी स्कूलों में खेल शिक्षक नहीं हैं, इस कमी को पूरा करने के लिए राज्य के प्रत्येक सरकारी स्कूल से एक शिक्षक को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इंदौर संभाग में करीब 500 शिक्षक हैं, जिन्हें प्रशिक्षित किया जाना है। लेकिन अभी जगह तय नहीं हुई है।
यह प्रशिक्षण कार्यक्रम युवाओं की खेलों में रुचि बढ़ाने और उन्हें पर्याप्त अवसर देने के लिए किया जा रहा है। पांच दिनों में खेल गतिविधियों को संचालित करने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में छिपी प्रतिभाओं को भी एक मंच मिलेगा। सोमवार को इंदौर संभाग के नए संयुक्त निदेशक अनिल वर्मा ने आमद दी और उनके नेतृत्व में शिक्षकों के प्रशिक्षण को लेकर मंथन हुआ। शासकीय बाल विनय मंदिर में शिविर आयोजित करने के लिए प्रारंभिक समझौता हो गया है। लेकिन सुविधाओं की कमी को देखते हुए एमराल्ड हाइट्स में कार्यक्रम आयोजित करने का प्रयास किया जा रहा है। कैंप 18 अप्रैल से शुरू होना है। इंदौर संभाग ने मुख्यालय से 2 मई से 15 जून के बीच कैंप लगाने का अनुरोध किया है।
छोटे बैचों में दिया जाएगा प्रशिक्षण
शिक्षा विभाग के खेल विभाग के सहायक निदेशक हेमंत वर्मा का कहना है कि इंदौर में संभाग के करीब 500 शिक्षकों को खेलकूद की बेसिक ट्रेनिंग दी जाएगी। इससे वे अपने स्कूलों में खेल गतिविधियों का संचालन कर सकते हैं। अधिक संख्या के साथ छोटे बैच में प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण शिविर पांच दिनों का होगा। इसमें 14 खेलों के बारे में जानकारी दी जाएगी।
स्किपिंग रोप का भी प्रशिक्षण
भारत सरकार से मान्यता प्राप्त 14 खेलों में पांच दिवसीय प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसमें स्किपिंग रोप, कबड्डी, खो-खो, फुटबॉल, हॉकी, टेबल टेनिस, बैडमिंटन, ताइक्वांडो, कराटे, जूडो, कुश्ती, बास्केटबॉल, वॉलीबॉल, एथलेटिक्स शामिल हैं।
किस संभाग में कितने शिक्षक होंगे प्रशिक्षित
इंदौर संभाग में कुल 478 प्रशिक्षु 6 चरणों में प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे।
भोपाल और नर्मदापुरम संभाग में 7 चरणों में 1230 प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षण मिलेगा.
ग्वालियर संभाग में 9 चरणों में 1024 प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षण मिलेगा।
जबलपुर संभाग में 911 प्रशिक्षुओं को 9 चरणों में प्रशिक्षण मिलेगा।
रीवा संभाग में 7 चरणों में 875 प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षण मिलेगा।
सागर संभाग में 972 प्रशिक्षुओं को 9 चरणों में प्रशिक्षण मिलेगा।
उज्जैन संभाग में 9 चरणों में 991 प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षण मिलेगा।
शहडोल संभाग में 3 चरणों में 175 प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षण मिलेगा।
प्रशिक्षण की अवधि
शासन के निर्देशानुसार प्रत्येक संभाग को अपने-अपने जिले के शिक्षकों का प्रशिक्षण 18 अप्रैल से 15 जून के बीच पूरा करना है।
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