जबलपुर में गर्भवती महिला के शव से क्रूरता, ससुराल पक्ष ने पेट चीर गर्भस्थ शिशु को निकाला बाहर
Jabalpur News जबलपुर में गर्भवती महिला की मौत के बाद क्रूरता का मामला सामने आया है गर्भस्थ शिशु के शव को बाहर निकालने के लिए ब्लेड का इस्तेमाल कर महिला का पेट काट दिया गया। ससुराल पक्ष के लोगों का तर्क था कि दो शव एक साथ नहीं जलाये जाते।
जबलपुर, जागरण आनलाइन डेस्क। गर्भवती महिला (Pregnant Woman) की मौत के बाद उसका पेट काटकर गर्भस्थ शिशु को बाहर निकालने के मामले ने पुलिस ने परिजनों के बयान दर्ज किए हैं। इस मामले में मृतक महिला के ससुराल पक्ष का कहना है कि धार्मिक मान्यता के अनुसार एक साथ दो शवों का अंतिम संस्कार नहीं किया जा सकता, इसलिए गर्भस्थ शिशु को बाहर निकाला गया।
महिला की मौत स्वाभाविक
पनानगर थाना प्रभारी आरके सोनी के अनुसार इस मामले में मृतक महिला के कुछ ससुराल पक्ष व मायके पक्ष के लोगों का बयान लेना अभी बाकी है, इसके बाद ही उचित कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि महिला की मौत स्वाभाविक हुई है।
ज्ञात हो कि इंटरनेट मीडिया पर शव का पेट काट कर बच्चे को गर्भ से बाहर निकालने का वीडियो वायरल (Video Viral) होने के बाद पुलिस सक्रिय हो गई थी। मुक्तिधाम में मृतक महिला के पेट में चीरा लगाया गया था।
दहेज प्रताड़ना का लगा आरोप
वहीं दूसरी तरफ दहेज प्रताड़ना (dowry harassment) का आरोप लगाते हुए महिला के मायके पक्ष ने जांच की मांग की है। गौरा बाई ने घटना की शिकायत पुलिस अधीक्षक कार्यालय से की थी। उन्होंने बताया कि उनकी बेटी राधा बाई की शादी 24 अप्रैल 2021 को पनगर निवासी गोपी पटेल से हुई थी। शादी के बाद से ही मायके से बाइक व अन्य सामान लाने की डिमांड की जा रही थी।
ससुराल वाले भी उसे प्रताड़ित करते थे। वह आठ माह की गर्भवती थी। राधा बाई की 17 सितंबर को मौत हो गई थी, जिसके बाद मुक्तिधाम में ब्लेड से पेट काटकर गर्भ में पल रहे बच्चे को बाहर निकाला गया था। पनगर थाना प्रभारी आरके सोनी ने कहा कि यदि जरूरत पड़ी तो शिशु के शव का पोस्टमार्टम किया जाएगा। बच्चे के शव को परिजनों ने दफना दिया।
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