Rudraksh Mahotsav MP: कुबेरेश्वर धाम में शुरू हुआ 7 दिवसीय रुद्राक्ष महोत्सव, श्रद्धालुओं की लगी भारी भीड़
कुबेरेश्वर धाम में 7 दिवसीय रुद्राक्ष महोत्सव शुरू हुआ है। जिसके पहले ही दिन गुरुवार को अनुमान से कहीं अधिक लोग पहुंच गए जिसके कारण भारी भीड़ से हालात बिगड़ गए। गुरुवार देर रात समिति की तरफ से फिलहाल रुद्राक्ष का वितरण रोक दिया गया।

सीहोर (मध्य प्रदेश)। Rudraksh Mahotsav in Sehore: कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के आश्रम कुबेरेश्वर धाम में सात दिवसीय रुद्राक्ष महोत्सव के पहले दिन गुरुवार को ही अनुमान से कहीं अधिक लोग पहुंच गए जिसके कारण भारी भीड़ से हालात बिगड़ गए।
शुक्रवार को दूसरे दिन भी कुबेरेश्वर धाम में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जमा है। हालांकि उम्मीद से अधिक भारी तादाद में श्रद्धालुओं के पहुंचने पर व्यवस्थाओं के चरमराने के बाद गुरुवार देर रात समिति की तरफ से फिलहाल रुद्राक्ष का वितरण रोक दिया गया है। इसके बावजूद शुक्रवार सुबह से ही लोग कुबेरेश्वर धाम पहुंचने लगे हैं। आज भी लोग रुद्राक्ष पाने की आस में कुबेरेश्वर धाम में जमा हैं। जो लोग बसों, ट्रेनों में पहले ही कुबेरेश्वर धाम आने के लिए टिकट बुक करा चुके थे, उनके आने का सिलसिला जारी है।

प्रशासन भी श्रद्धालुओं की भीड़ को रोक नहीं पा रहा है। जिसके कारण कुबेरेश्वर धाम के आस-पास के किसानों को भी दिक्कत हो रही है, इन किसानों के खेतों से होकर श्रद्धालु आ रहे हैं और उनके खेत में खड़ी चने की फसल को भी तोड़कर खा रहे हैं।
मिली जानकारी के अनुसार, कल मची अफरातफरी के बीच करीब 15 लोग लापता हो गए थे। लोग अपनों की तलाश में कोतवाली के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन उन्हें पुलिस से भी ज्यादा मदद नहीं मिल पा रही है।
कुबेरेश्वर धाम में लोगों के आने का सिलसिला अब भी जारी है। भोपाल-इंदौर हाइवे पर फिलहाल गुरुवार जैसे भीषण जाम के हालात तो नहीं हैं, लेकिन श्रद्धालुओं के बसों में भरकर आने का सिलसिला यूं ही जारी रहा तो हालात फिर से बिगड़ सकते हैं।
वहीं, दूसरी तरफ कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा और आयोजन समिति की तरफ से अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर अब भी हजारों लोग मौजूद हैं। उधर, गुरुवार को कुबेरेश्वर धाम से लापता कई लोगों को के फोटो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।
पहले दिन यूं बिगड़े हालात

गुरुवार को रुद्राक्ष महोत्सव के पहले दिन सुबह ही 10 बजे तक ही इंदौर-भोपाल राजमार्ग पर 10-10 किमी व इछावर-भाऊखेड़ी से कोठरी जाने वाले मार्ग पर भी 7 किमी का जाम लग गया था। हालत यह बनी कि दोपहर 12 बजे के बाद वाहनों को 7 से 8 किमी पीछे रोका जाने लगा और लोग पैदल ही कुबेरेश्वर धाम पहुंचने लगे।
वहीं, रुद्राक्ष वितरण के लिए बनाए गए जिगजैग की जालियां व बल्लियां टूट गई। जायजा लेने पहुंचे कलेक्टर-एसपी के वाहन सहित व्यव्स्था संभालने जा रहे पुलिसकर्मी तक भी जाम में फंस गए। व्यवस्थाएं ध्वस्त होने की वजह से बड़ी संख्या में श्रद्धालु कुबेरेश्वर धाम से निराश होकर लौटे।

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