भोपाल में कोरोना की रफ्तार तेज: 169 नए मरीज; हमीदिया के 5 डाक्टर और आइसर के पांच विज्ञानी भी संक्रमित
भोपाल में बीते 24 घंटे में 6006 सैंपल की जांच में कोरोना संक्रमण के 169 मरीज मिले हैं। नए मरीजों में एम्स और हमीदिया के एक साथ पांच डॉक्टर और इस्सर के पांच वैज्ञानिक शामिल हैं। 12 बच्चे भी संक्रमित पाए गए हैं।

भोपाल, जेएनएन। राजधानी भोपाल में कोरोना संक्रमण की रफ्तार तेज हो गई है। भोपाल में बुधवार को 6006 सैंपल की जांच में 169 मरीज मिले हैं। इस तरह संक्रमण दर तीन फीसदी पर पहुंच गई है, जो पिछले महीने 0.1 फीसदी से भी कम थी। नए मरीजों में एम्स और हमीदिया के एक साथ पांच डॉक्टर और इस्सर के पांच वैज्ञानिक शामिल हैं। इसके अलावा 12 बच्चे भी संक्रमित पाए गए हैं। नए मरीजों में 38 ऐसे हैं, जिनके परिवार के सदस्य दो या दो से ज्यादा पॉजिटिव हैं। तीन विश्वविद्यालयों में भी कोरोना ने दस्तक दे दी है। बरकतउल्ला विश्वविद्यालय स्थित माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय के छात्रावास में रहने वाले छात्र संक्रमित पाए गए हैं। एक निजी विश्वविद्यालय के छात्रावास में रहने वाले दो छात्र, माखनलाल विश्वविद्यालय के एपीआर विभाग का एक छात्र, बरकतुल्लाह में इंजीनियरिंग विभाग का एक कर्मचारी भी पॉजिटिव है। भोपाल में एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 398 हो गई है। इनमें से 21 अस्पतालों में और एक कोविड केयर सेंटर में भर्ती है। बाकी होम आइसोलेशन में हैं।
अब कोरोना की जांच कराने वालों में 3 फीसदी से ज्यादा पॉजिटिव आ रहे हैं। संक्रमण दर बढ़ने से यह स्पष्ट है कि बीमारी का प्रसार बहुत तेजी से हो रहा है। हालांकि, दूसरी लहर में सबसे ज्यादा संक्रमण दर 16 फीसदी तक रही थी। इंदौर के बाद प्रदेश में सबसे ज्यादा मरीज भोपाल में मिल रहे हैं। इसका एक कारण यह भी है कि राजधानी होने के कारण प्रदेश भर से लोग भोपाल आते हैं। धरने, प्रदर्शन और रैलियों में भाग लेने के लिए राज्य भर से लोग भी भोपाल आते हैं। अधिक मरीजों के आने का एक कारण यह भी है कि इंदौर के बाद सबसे अधिक सैंपल की जांच भोपाल में हो रही है। भोपाल में प्रतिदिन 6000 नमूनों की जांच का लक्ष्य है। वर्तमान में प्रतिदिन 5500 से 6000 के बीच टेस्ट किए जा रहे हैं।
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