आसाराम बापू के बचाव में आगे आई उमा भारती
भोपाल [ब्यूरो]। प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने संत आसाराम का बचाव करते हुए आरोप लगाया कि यौन शोषण के मामले में उनके खिलाफ राजनीतिक साजिश हो सकती है। आसाराम बापू कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ बोलते रहे हैं, इसलिए उन्हें यह आशंका है। उन्होंने यह भी कहा कि यदि वह दोषी पाए गए तो मैं स्वयं उन्हें सजा दूंगी।
पत्रकारों से चर्चा करते हुए उमा भारती ने कहा कि आसाराम गृहस्थ संत हैं उनके बेटा-बेटी भी हैं। वह उन्हें 20 साल से जानती हैं वह ऐसा कभी नहीं कर सकते। इसके पहले उमा ने ट्विटर पर भी आसाराम बापू को निर्दोष करार दे दिया था।
आसाराम के अन्य विवादास्पद मामलों के बारे में सवाल होते ही उमा ने कहा कि मैं अन्य आरोपों पर उनके साथ नहीं हूं। वह बोलीं कि लड़की के प्रति उनकी पूरी संवेदना है लेकिन कांची पीठ के शंकराचार्य को भी एक झूठे आरोप पर जेल जाना प़़डा था। उन्हें इस मामले में भी ऐसा लग रहा है। मामले में लड़की का कोई राजनीतिक इस्तेमाल भी कर सकता है। वह ल़़डकी और उसके माता-पिता से भी मिलना चाहेंगी। इस मामले में क्या भाजपा अध्यक्ष राजनाथ की भी सहमति है।
मंदिर पर सुलह करें दोनों पक्ष
अयोध्या मंदिर विवाद पर भी उमा ने अपना सुझाव पेश किया। वह बोलीं भावी पी़़ढी की खातिर प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिहं और राज्य सरकार की ओर से मुलायम सिंह यादव पहल कर दोनों पक्षों के बीच अदालत के बाहर सुलह कराकर मंदिर निर्माण का रास्ता प्रशस्त करें। क्योंकि श्रद्धालुओं को रामलला के दर्शन में बड़ी परेशानी हो रही है। इस मामले में दिग्विजय सिंह भी पहल करें क्योंकि वह भी रामभक्त हैं। अयोध्या में विहिप द्वारा 84 कोस की परिक्रमा में शरीक होने के सवाल पर वह बोलीं कि विहिप और उससे जुड़े साधु-संत बुलाएंगे तो वह जरूर भाग लेंगी।
दिग्गी के अन्य बयानों पर टिप्पणी से इंकार करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी बातों को गंभीरता से कोई नहीं लेता। देश की राजनीति जुमलेबाजी में फंस रही है।
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