राजनाथ सिंह ने पाक को चेताया, कहा- अपनी ताकत इस्तेमाल करने से नहीं हिचकेगा भारत
इसके साथ ही पीएम मोदी की पड़ोसी पहले की नीति की वकालत करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि इसका मकसद भारत के आस-पास के देशों के साथ मजबूत संबंध स्थापित करना है।
सियोल, एएनआइ। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दक्षिण कोरिया की धरती से पाकिस्तान का नाम लिया बिना उसे सख्त चेतावनी दे डाली है। राजनाथ सिंह ने गुरुवार को कहा कि इतिहास गवाह है कि भारत कभी भी आक्रामक नहीं रहा है, लेकिन वह अपनी सुरक्षा के लिए अपनी ताकत का इस्तेमाल करने से हिचकेगा भी नहीं।
दक्षिण कोरिया की यात्रा पर पहुंचे सिंह ने यहां 'सियोल डिफेंस डायलाग' को संबोधित करते हुए कहा, 'भारत इतिहास में कभी भी आक्रामक नहीं रहा है और न ही कभी आक्रामक होगा। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि भारत अपनी रक्षा के लिए अपनी ताकत का इस्तेमाल नहीं करेगा।'
'भारत के रणनीतिक नीति' का अहम स्तंभ
दक्षिण कोरिया के साथ रक्षा और सुरक्षा समेत द्विपक्षीय हितों के संबंधों को नया आयाम देने आए रक्षा मंत्री ने कहा कि रक्षा कूटनीति 'भारत के रणनीतिक नीति' का अहम स्तंभ है। उन्होंने कहा, 'वास्तव में, रक्षा कूटनीति और मजबूत सैन्य बल एक ही सिक्के के दो पहलु हैं।'
भारत-प्रशांत क्षेत्र में मिली नई ऊर्जा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 'पड़ोसी पहले' की नीति की वकालत करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि इसका मकसद भारत के आस-पास के देशों के साथ मजबूत संबंध स्थापित करना है। इसके साथ ही इंडियन-ओसन रिम एसोसिएशन (IORM), बिम्सटेक जैसे क्षेत्रीय और उप क्षेत्रीय संगठनों के साथ बेहतर सामंजस्य बनाना भी है। उन्होंने कहा कि इस नीति से भारत-प्रशांत क्षेत्र में मुक्त और समेकित संबंधों की स्थापना के लिए नई ऊर्जा भी मिली है।
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दक्षिण कोरिया में अयोध्या का जिक्र
रक्षा मंत्री ने कहा कि अगर हम सदियों से भारत के विचार और नीतियों की विशेषता रहे पांच सिद्धांतों-सम्मान, संवाद, सहयोग, शांति और समृद्धि के आधार पर मिलकर काम करते हैं तो हमारी सफलता सुनिश्चित है।
राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत और दक्षिण कोरिया पारिवारिक संबंधों से भी एक दूसरे जुड़े हुए हैं। आयोध्या की रहने वाली महारानी हेओ हवांग-ओक की गया, आज के गिम्हे, के राजा सूरो से शादी हुई थी। सिंह जापान से बुधवार को यहां पहुंचे थे और प्रधानमंत्री ली नाक योन से मुलाकात की थी।
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