तालिबान ने US खुखिया रिपोर्ट को खारिज किया, कहा-तालिबान-अमेरिकी संबंधों में बाधा पहुंचाने की मंशा

अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट को खारिज कर दिया जिसमें यह आरोप लगाया गया है कि मास्को अफगानिस्तान में सशस्त्र इस्लामी विद्रोहियों को अमेरिकी सैनिकों की हत्या के लिए एक इनाम दे सकता है।

By Ramesh MishraEdited By: Publish:Sun, 28 Jun 2020 08:56 AM (IST) Updated:Sun, 28 Jun 2020 08:56 AM (IST)
तालिबान ने US खुखिया रिपोर्ट को खारिज किया, कहा-तालिबान-अमेरिकी संबंधों में बाधा पहुंचाने की मंशा
तालिबान ने US खुखिया रिपोर्ट को खारिज किया, कहा-तालिबान-अमेरिकी संबंधों में बाधा पहुंचाने की मंशा

काबुल, एजेंसी। तालिबान प्रवक्‍ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने शनिवार को उस अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट को खारिज कर दिया, जिसमें यह आरोप लगाया गया है कि मास्को अफगानिस्तान में सशस्त्र इस्लामी विद्रोहियों को अमेरिकी सैनिकों की हत्या के लिए एक इनाम दे सकता है। प्रवक्‍ता ने कहा कि यह अफवाहें स‍िर्फ शांति समझौते को लेकर बाधाएं उत्‍पन्‍न करने के लिए की गई हैं, ताकि तालिबान और अमेरिका के बीच मतभेद उत्‍पन्‍न हो। प्रवक्ता ने जोर देकर कहा कि तालिबान की गतिविधियां किसी भी देश की खुफिया अंग या विदेश से संबंधित नहीं हैं। उन्‍होंने कहा कि तालिबान अमेरिका के साथ समझौते के लिए प्रतिबद्ध है। इसका कार्यान्वयन अफगानिस्तान में व्यापक शांति और स्थिरता सुनिश्चित करेगा। खास बात यह है कि यब बात तब सामने आई जब पिछले हफ्ते अफगानिस्तान के लिए अमेरिकी विशेष प्रतिनिधि जल्माय खलीलजाद ने शांति समझौते पर संतोष व्‍यक्‍त करते हुए कहा था कि काबुल और तालिबान ने कैदियों के एक महत्वपूर्ण आदान-प्रदान को अंजाम दिया।

व्‍हाइट हाउस ने किया खंडन 

हालांकि, इस बीच व्‍हाइट हाउस ने इस बात का खंडन किया है। व्‍हाइट हाउस ने कहा कि राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप और उप राष्‍ट्रपति माइक पेंस ने खुफ‍िया निष्‍कर्षों की जानकारी नहीं दी है, जिसमें एक रूसी सैन्‍य खुफ‍िया इकाई ने गुप्‍त रूप से अमेरिकी सैनिकों की मौत के लिए तालिबान को इनाम की पेशकश की थी। व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव कायले मैकनी ने अपने एक बयान में कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका को एक दिन में हजारों खुफिया रिपोर्ट मिलती हैं और वे कड़ी जांच के अधीन होती हैं। उन्‍होंने कहा कि व्हाइट हाउस नियमित रूप से खुफिया या आंतरिक विचार-विमर्श पर टिप्पणी नहीं करता है। सीआईए निदेशक, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, और चीफ ऑफ स्टाफ इस बात की पुष्टि कर सकते हैं। 

एनवाईटी के एक लेख से गरम हुआ मामला 

गौरतलब है कि न्यूयॉर्क टाइम्स (एनवाईटी) ने शुक्रवार को एक लेख प्रकाशित किया था। इसमें उसने अज्ञात सरकारी स्रोतों का हवाला देते हुए कहा था कि ट्रंप को एक खुफिया रिपोर्ट के साथ पेश किया गया था, जिसमें दावा किया गया था कि मास्को अमेरिकी सैनिकों को मारने के लिए अफगानिस्तान में तालिबान को इनाम दे सकता है। इसमें आगे कहा गया था कि ट्रंप रिपोर्ट पर कार्रवाई करने में विफल रहे।

chat bot
आपका साथी