Coronavirus in US: अमेरिका में 'आर्ट ऑफ लिविंग' स्वास्थ्यकर्मियों और लोगों की मदद के लिए सम्मानित
कोरोना वायरस (COVID-19) महामारी के दौरान अमेरिका में भारतीय एनजीओ आर्ट ऑफ लिविंग को स्वास्थ्यकर्मियों और जरुरतमंद लोगों की मदद के लिए सम्मान मिला है।
वाशिंगटन, पीटीआइ। कोरोना वायरस (COVID-19) महामारी के दौरान अमेरिका में भारतीय एनजीओ आर्ट ऑफ लिविंग को स्वास्थ्यकर्मियों और जरुरतमंद लोगों की मदद एक प्रभावशाली अमेरिकी सांसद से सम्मान मिला है। एनजीओ ने अमेरिका में डेढ़ लाख यूएस डॉलर का पर्सनल प्रोटेक्टिव किट (PPE KIT) दान किया है।
आर्ट ऑफ लिविंग फाउंडेशन को 22 मई को कोरोना वायरस महामारी के दौरान देश भर में किए जा रहे प्रयासों के लिए अमेरिकी सांसद टॉम सूज़ी से एक विशेष सम्मान प्राप्त हुआ। एक बड़े वैश्विक प्रयास की ओर इंटरनेशनल एसोसिएशन पॉर ह्यूमैन वैल्यूज (IAHV) के साथ मिलकर दिहाड़ी मजदूरों के लिए 3,50,000 यूएस डॉलर जुटाए हैं।इस प्रयास ने सीमांत क्षेत्र के आबादी में 75 लाख से अधिक भोजन के वितरण में योगदान दिया है।
हेल्थकेयर पेशेवरों को जितना आभार व्यक्त करें उतना कम
समाचार एजेंसी पीटीआइ के अनुसार आर्ट ऑफ लिविंग फाउंडेशन के संस्थापक एवं आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर ने कहा कि डॉक्टरों, पैरामेडिक्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स और अन्य सभी हेल्थकेयर पेशेवरों को जितना आभार व्यक्त करें उतना कम है। उन्होंने स्वास्थ्यकर्मियों को लेकर आगे कहा कि कृपया अपने आप को नजरअंदाज न करें।आपका स्वस्थ रहना काफी आवश्यक है। आर्ट ऑफ लिविंग फाउंडेशन और उसके काउंसलर कभी आपकी मदद के लिए तैयार है। मेडिटेशन आपके लिए काफी फायदेमंद साबित होगा। इससे आप अपने मिशन को आगे बढ़ाने के लिए ऊर्जा और उत्साह को नए सिरे से महसूस करेंगे।
अमेरिका में स्वास्थ्यकर्मियों के लिए मेडिटेशन प्रोग्राम
आर्ट ऑफ लिविंग कोरोना वायरस महामारी के दौरान अमेरिका में स्वास्थ्यकर्मियों, डॉक्टरों और पैरामेडिक्स को बगैर किसी लागत के मेडिटेशन सीखने का अवसर प्रदान कर रहा है। मार्च 2020 में इसकी शुरुआत होने के बाद से, हजारों फ्रंटलाइन वर्कर्स और स्वास्थ्य सेवा पेशेवरों को इस कार्यक्रम से लाभ हुआ है। समाचार एजेंसी पीटीआइ के अनुसार यह कार्यक्रम वाशिंगटन समेत देश भर में चिल्ड्रेंस नेशनल हॉस्पिटल मेंवेल बिइंग प्रोग्राम और अन्य स्वास्थ्य विशेषज्ञों के सहयोग से शुरू किया गया।