सिरदर्द बन रहे मेक्सिको की सीमा पर अब तैनात होंगे यूएस नेशनल गार्ड

अमेरिका ने साफ कर दिया है कि वह मेक्सिको से लगती सीमा पर नेशनल गार्ड तैनात करेगा। इसके लिए फिलहाल एरिजोना और टेक्‍सास ने 400 जवानों को भेजने का भी फैसला कर लिया है।

By Kamal VermaEdited By: Publish:Sat, 07 Apr 2018 12:37 PM (IST) Updated:Sun, 08 Apr 2018 02:40 PM (IST)
सिरदर्द बन रहे मेक्सिको की सीमा पर अब तैनात होंगे यूएस नेशनल गार्ड
सिरदर्द बन रहे मेक्सिको की सीमा पर अब तैनात होंगे यूएस नेशनल गार्ड

नई दिल्‍ली स्‍पेशल डेस्‍क। यूएस-मेक्सिको सीमा पर दीवार बनाने को लेकर दोनों देशों के बीच तनातनी बढ़ गई है। वहीं दूसरी तरफ अमेरिका ने यह भी साफ कर दिया है कि वह मेक्सिको से लगती करीब 3140 किमी 1951 मील की सीमा पर नेशनल सिक्‍योरिटी गार्ड तैनात करेगा। इसके लिए फिलहाल एरिजोना और टेक्‍सास ने 400 जवानों को भेजने का भी फैसला कर लिया है। इसके अलावा अब भी सीमा पर करीब 4000 जवानों की कमी रह जाएगी। आपको बता दें कि अमेरिका में अवैध तरीके से दाखिल होने वाले लोगों में 90 फीसदी मेक्सिको सीमा से अमेरिका में घुसते हैं। इस बाबत सामने आई एक रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका में करीब 60 लाख मेक्सिकन ऐसे में जो अवैध रूप से यहां पर रह रहे हैं जिनके पास कागजात तक नहीं हैं।

ट्रंप प्रशासन के दौरान घुसपैठ में कमी

इस बीच अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप ने दावा किया है कि पिछले 45 वर्षों में इस बार पहली बार इस सीमा से अवैध घुसपैठ में जबरदस्‍त कमी आई है। इसके लिए उन्‍होंने वहां तैनात गार्ड को बधाई भी दी है। लेकिन इसके बाद भी समस्‍या पूरी तरह से थमी नहीं है। मेक्सिको से लगती सीमा पर हो रही अवैध घुसपैठ वर्षों पुराना विवाद है जो लगातार अमेरिका को परेशान किए हुए है। फिलहाल इससे ट्रंप को दो-चार होना पड़ रहा है। ट्रंप से पहले बराक ओबामा प्रशासन के दौरान भी यह सरकार के लिए सबसे बड़ी समस्‍याओं में से एक था। इसको लेकर 2010 में उन्‍होंने एक बिल पर साइन भी किए थे। इसके तहत सीमा सुरक्षा के लिए 600 मिलियन डॉलर निर्धारित किए गए थे। इसमें तैनात जवानों की संख्‍या में इजाफा करना भी शामिल था, लेकिन इतने बड़े तामझाम के बाद भी सीमा पर अवैध घुसपैठ में कोई कमी नहीं आई।

सीमा पर तैनात होंगे नेशनल सिक्‍योरिटी गार्ड

अब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मेक्सिको से लगती सीमा पर दीवार बनाने के साथ-साथ नेशनल गार्ड यूनिट तैनात करने की बात कही है। हालांकि जहां तक सीमा पर दीवार बनाने की बात है तो इसका जिक्र उन्‍होंने कई बार अपने चुनावी भाषणों में भी किया था। उन्होंने कहा कि अवैध प्रवासियों के अमेरिका में प्रवेश पर रोक लगाने के लिए जब तक सीमा पर दीवार नहीं बन जाती तब तक नेशनल गार्ड वहीं तैनात रहेंगे। सैनिकों की संख्या दो हजार से चार हजार के बीच हो सकती है। इससे पहले गुरुवार को ट्रंप ने मैक्सिको से जुड़ी सीमा पर नेशनल गार्ड की तैनाती के लिए एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर भी कर दिए थे। वहीं, ट्रंप के इस कदम की मेक्सिको के राष्ट्रपति एनरिक पेना नीटो ने कड़ी निंदा की है।

जुबानी वार

उन्होंने कहा कि ट्रंप का रवैया धमकी देने वाला और अन्यायपूर्ण है। यह न्यायोचित नहीं है। उन्होंने कहा कि ट्रंप को अपनी घरेलू राजनीतिक विफलता की निराशा मेक्सिको पर नहीं उतारनी चाहिए। बता दें कि दोनों देशों के बीच सीमा पर दीवार बनाने के मुददे पर लंबे समय से ठनी हुई है। दोनों देशों ने इस काम पर आने वाले पूरे खर्च को उठाने से साफ मना कर दिया है। वहीं, दीवार के लिए मेक्सिको से भुगतान करवाना ट्रंप के चुनाव अभियान के मुख्य वादों में से एक था। हालांकि, एक प्रमुख अमेरिकी सहयोगी ने भी ट्रंप के रुख पर चिंता जताई है। उनका कहना है कि नेशनल गार्ड की तैनाती से अमेरिका और मेक्सिको के बीच तनाव बढ़ सकता है।

सीमा पर जवानों की संख्‍या तय नहीं

हालांकि पेंटागन के अधिकारियों ने कहा कि अभी इस बारे में भी कोई जानकारी नहीं है कि कितने सैनिक सीमा पर तैनात किए जाएंगे और क्या वे सशस्त्र होंगे। लेकिन सीमा पर नेशनल गार्ड की तैनाती को लेकर डेमोक्रेट्स ने ट्रंप की कड़ी आलोचना की है। डेमोक्रेटिक सीनेटर टॉम कार्पर ने कहा कि नेशनल गार्डस को सीमा पर तैनात करने का फैसला समझ से परे है। उनके अलावा मेक्सिकन राष्ट्रपति एनरिक पेना नीटो ने अमेरिकी समकक्ष से आग्रह किया कि वह दोनों देशों के रिश्तों में कटुता के बीज न बोएं। साथ ही उन्होंने ट्रंप से मेक्सिको के प्रति सम्मानजनक रवैया अपनाने की मांग की।

कौन उठाएगा दीवार का खर्च

सीमा पर बनने वाली दीवार के खर्चें को लेकर भी दोनों देशों के बीच विवाद है। ट्रंप ने जोर देकर कहा कि अपनी दीवार के लिए मेक्सिको को भुगतान करना ही होगा। उन्होंने कहा कि अवैध प्रवासी अमेरिका के लिए खतरा हैं। इनसे अमेरिका की सुरक्षा और नौकरियों को खतरा हो सकता है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने पिछले महीने ही साझा खर्च बिल पर हस्ताक्षर किए थे। इसके तहत अगले छह महीने तक दीवार के निर्माण पर होने वाले खर्च के भुगतान के लिए 10399 करोड़ यानी 1.6 बिलियन डॉलर मंजूर किए गए थे। इस काम के लिए उन्होंने 162487 करोड़ रुपये यानी 25 बिलियन डॉलर की मांग की थी। हालांकि, इस दीवार के निर्माण के लिए अभी तक कोई बजट जारी नहीं किया गया है।

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दीवार की अनुमानित लागत को लेकर कई दावे

आपको यहां पर ये भी बता दे कि इस दीवार को बनाने की अनुमानित लागत को लेकर भी सभी के अलग-अलग दावे हैं। एक तरफ जहां ट्रंप प्रशासन ने इस दीवार के खर्च का अनुमान करीब 12 बिलियन डॉलर लगाया है, वहीं होमलैंड सिक्योरिटी डिपार्टमेंट के मुताबिक इस पर 21 बिलियन से ज्यादा का खर्च आएगा। इसके अलावा एक रिपोर्ट यह भी बता रही है कि इस पर करीब 70 बिलियन डॉलर का खर्च आने की संभावना है।

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