पाकिस्तान पर सख्त ट्रंप ने कहा- भारत जैसे देशों के साथ काम करना अच्छी बात

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि भारत, रूस और चीन जैसे देशों के साथ काम करना अच्छी बात है।

By Nancy BajpaiEdited By: Publish:Thu, 11 Jan 2018 01:55 PM (IST) Updated:Thu, 11 Jan 2018 01:59 PM (IST)
पाकिस्तान पर सख्त ट्रंप ने कहा- भारत जैसे देशों के साथ काम करना अच्छी बात
पाकिस्तान पर सख्त ट्रंप ने कहा- भारत जैसे देशों के साथ काम करना अच्छी बात

वाशिंगटन (प्रेट्र)। एक तरफ आतंकवाद को लेकर अमेरिका पाकिस्तान पर सख्त है, तो दूसरी ओर बाकी देशों के तरफ उसके व्यवहार में नरमी देखने को मिली है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि भारत, रूस और चीन जैसे देशों के साथ काम करना अच्छी बात है। दरअसल, ट्रंप ने रूस के साथ संबंध सुधारने की इच्छा जाहिर की थी, जिसकी आलोचना की जा रही है। जिसके जवाब में उन्होंने भारत, रूस और चीन जैसे देशों के साथ काम करने को सकारात्मक बताया। उन्होंने कहा कि किसी भी देश के साथ काम करना अच्छी बात है चाहे वह रूस हो या चीन या भारत या दुनिया का कोई भी देश। ऐसा करना गलत नहीं है।

ट्रंप के निशाने पर हिलेरी

ट्रंप नॉर्वे की प्रधानमंत्री एरना सोलबर्ग के साथ गुरुवार को व्हाइट हाउस में संवाददाताओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यह बहुत ही बेहतर होगा कि उत्तर कोरिया से भी निपटा जाए जहां पर अमेरिका को अभी दिक्कत है। उन्होंने इसके लिए पूर्व अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा, 'हिलेरी मजबूत सेना के पक्ष में नहीं थीं। ट्रंप ने हिलेरी को निशाने पर लेते हुए कहा कि यह मेरी दिक्कत नहीं होनी चाहिए थी। इसे वर्षों पहले हल किया जाना चाहिए था, जब यह इतना खतरनाक नहीं था, लेकिन यह समस्या मुझे दी गई। इस बीच उन्होंने कहा कि अमेरिका के अन्य देशों के साथ संबंध बेहतर हैं और उत्तर कोरिया के मुद्दे पर वे चीन के साथ काम कर रहे हैं।

ट्रंप के तेवरों में दिखी नरमी

बता दें कि पिछले कुछ वक्त से ट्रंप के तेवरों में नरमी देखने को मिली है। चाहे उत्तर कोरिया हो या फिर H1B वीजा, रुस हो या चीन, ट्रंप अपने रुख में नरमी बरत रहें हैं। जाहिर है कि कुछ वक्त से अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच तनातनी बनी हुई है। उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग ने अपने नए साल के भाषण में यह भी कहा कि न्यूक्लियर बम का बटन उसकी कुर्सी के नीचे ही लगा है। जिसका जवाब भी ट्रंप ने ये देते हुए दिया कि उनके पास भी एक न्यक्लियर बम का बटन है। हालांकि पिछले हफ्ते ट्रंप ने उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग से फोन पर बात करने की स्वीकृति जाहिर की थी। वहीं, अमेरिका ने एच-1बी वीजा अवधि बढ़ाने पर रोक लगाने और इससे जुड़े नियम को सख्त बनाने के प्रस्ताव का विचार भी त्याग दिया है।

बहरहाल, ट्रंप के इस रूख को विश्व शांति के लिए शुभ संकेत के तौर पर देखा जा रहा है।

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