कन्हैया के खिलाफ मुख्यमंत्री के पास जाएंगे अब्दुल करीम

-अब्दुल करीम चौधरी व कन्हैया लाल अग्रवाल के बीच पड़ी दरार -मेहताब चौधरी को ब्लॉक अध्

By JagranEdited By: Publish:Fri, 18 Oct 2019 04:43 PM (IST) Updated:Sat, 19 Oct 2019 06:24 AM (IST)
कन्हैया के खिलाफ मुख्यमंत्री के पास जाएंगे अब्दुल करीम
कन्हैया के खिलाफ मुख्यमंत्री के पास जाएंगे अब्दुल करीम

-अब्दुल करीम चौधरी व कन्हैया लाल अग्रवाल के बीच पड़ी दरार

-मेहताब चौधरी को ब्लॉक अध्यक्ष नहीं बनाने पर खफा है अब्दुल करीम चौधरी

जागरण संवाददाता, उत्तर दिनाजपुर : उत्तर दिनाजपुर जिला अध्यक्ष कन्हैया लाल अग्रवाल और इस्लामपुर के विधायक अब्दुल करीम चौधरी के बीच खटास बढ़ती ही जा रही है। आपसी रार इतनी बढ़ गयी है कि इस्लामपुर के विधायक अब्दुल करीम चौधरी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से शिकायत करने का मन बना चुके है। गौरतलब है कि विधायक अब्दुल करीम चौधरी ने इस्लामपुर ब्लॉक के अध्यक्ष के रूप में अपने बेटे मेहताब चौधरी का प्रस्ताव रखे थे। मगर विगत 15 अक्टूबर को कोलकाता में पार्टी की बैठक में मेहताब चौधरी को प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी मिली। विधायक करीम चौधरी ने इस घटना से खुद को अपमानित महसूस कर रहे है। वह जिला नेतृत्व और पार्टी के जिला अध्यक्ष कन्हैया लाल अग्रवाल से बेहद नाराज थे। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि करीम -कन्हैया के विवाद से पार्टी नेता 'दीदी के बोलो' कार्यक्रम पर नकरात्मक प्रभाव पड़ रहा है।

अब्दुल करीम चौधरी ने कहा-'मैंने पार्टी नेता ममता बनर्जी के आदेश पर इस्लामपुर ब्लॉक और टाउन कमेटी के अध्यक्ष की घोषणा की है। लेकिन कन्हैया लाल अग्रवाल ने मंगलवार को कोलकाता की बैठक के लिए मेरे घोषित ब्लॉक अध्यक्ष मेहताब चौधरी का नाम नहीं भेजा। इसलिए वह बैठक में शामिल नहीं हो सके। यह घटना मेरे लिए अपमानजनक है। मैं पार्टी नेता को इस बारे में सूचित करूंगा। इसके अलावा मैं ब्लॉक और टाउन कमेटी और विधानसभा क्षेत्र के लोगों के साथ बैठक करूंगा।

मैं इस्लामपुर में विधायक हूं। विधायक ने दाबा किया कि मेहताब चौधरी ब्लॉक के अध्यक्ष हैं।

जिला अध्यक्ष कन्हैया लाल अग्रवाल ने कहा-'मुझे राज्य कमेटी की बैठक में भाग लेने के लिए ब्लॉक अध्यक्षों के नाम सूचीबद्ध करने के लिए कहा गया था। इस्लामपुर ब्लॉक के लिए जाकिर हुसैन को पहले ही ब्लॉक अध्यक्ष बनाया जा चुका है। इसलिए मैंने ब्लॉक अध्यक्ष के रूप में उनका नाम भेजा। वह भी बैठक में उपस्थित थे। किसी भी पार्टी में दो अध्यक्ष एक ही ब्लॉक में नहीं हो सकते।'ज़ाकिर हुसैन ने कहा-'मैं इस्लामपुर ब्लॉक अध्यक्ष के रूप में बैठक में मौजूद था।'

तृणमूल सूत्रों के मुताबिक पार्टी नेत्री ने मंगलवार को राज्य के नेताओं,ब्लॉक अध्यक्षों और विभिन्न जिलों के समन्वयकों को बुलाया था। वक्ताओं को कार्यक्रम को और अधिक पारदर्शी बनाने के निर्देश दिए गए थे। राज्य नेतृत्व यह भी जाच कर रहा है कि क्या नेता केवल लोगों को दिखाने के लिए यह कार्यक्रम नहीे कर रहें है? विधायक करीम चौधरी द्वारा घोषित ब्लॉक अध्यक्ष और उनके पुत्र मेहताब चौधरी उर्फ गोरा को उस महत्वपूर्ण बैठक में भाग लेने का अनुमति नहीं दी गई थी,क्योंकि मेहताब चौधरी का नाम सूची में नहीं था। यही कारण है कि करीम व कन्हैया में आपसी रंजिश बढ़ती जा रही है।

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