रायगंज में मोहित सेन गुप्ता के साथ होगी कन्हैया लाल अग्रवाल की टक्कर

उत्तर दिनाजपुर जिला के नौ सीटों में पांच पर कांग्रेस व चार सीटों पर वाम लड़ेगी चुनाव।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 17 Mar 2021 07:33 PM (IST) Updated:Wed, 17 Mar 2021 07:33 PM (IST)
रायगंज में मोहित सेन गुप्ता के साथ होगी कन्हैया लाल अग्रवाल की टक्कर
रायगंज में मोहित सेन गुप्ता के साथ होगी कन्हैया लाल अग्रवाल की टक्कर

कैचवर्ड : दंगल

-उत्तर दिनाजपुर जिला के नौ सीटों में पांच पर कांग्रेस व चार सीटों पर वाम लड़ेगी चुनाव

-रायगंज के सिवा अन्य सीटों के उम्मीदवारों के नाम की नहीं हुई घोषणा

-गठबंधन के लिए बड़ी कुर्बानी देनी पड़ती है : मोहित सेनगुप्ता

संवाद सूत्र,रायगंज: पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में रायगंज सीट से काग्रेस प्रत्याशी के रूप में एक बार फिर कागेस के उत्तर दिनाजपुर जिलाध्यक्ष व निवर्तमान विधायक मोहित सेनगुप्त मैदान में उतरेंगे। गौरतलब है कि जिला के कुल नौ सीटों में से संयुक्त मोर्चा की ओर से चार सीटों पर काग्रेस और पांच सीटों पर वाम मोर्चा के घटक दल चुनाव लड़ेंगे। वाम मोर्चा की ओर से पांच में से चार सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की जा चुकी है। इसमें चोपड़ा से अनवारुल हक (माकपा,चाकुलिया से अली इमरान रम्ज (फाब्ला), करनदिघी से हफीजुल इकबाल (फाब्ला) व हेमतावाद से भूपेंद्रनाथ वर्मन (माकपा) उल्लेखनीय है। ईटाहार विधानसभा सीट भाकपा के खाते में है लेकिन वहां से उम्मीदवारों के नाम का पत्ता नहीं खोला गया है। परन्तु विश्वस्त सूत्रों के अनुसार वहां से इस बार भी डॉ श्रीकुमार मुखर्जी खड़े होने की पूरी संभावना है। हालाकि ईटाहार सीट के लिए स्थानीय काग्रेस कमेटी भी दावेदारी पेश की है, जिसे काग्रेस जिलाध्यक्ष फिलहाल टालने में लगी है। दूसरी ओर काग्रेस के चार सीट यथा रायगंज, गोआलपोखर, इस्लामपुर व कालियागंज में से सिर्फ रायगंज सीट के लिए उम्मीदवार की घोषणा की गई है जो एक साथ कई सवालों को जन्म देता है। राजनीति के जानकार तो सिर्फ इतना बता रहें हैं कि पार्टी के अंदर सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। उम्मीदवारों के चयन में कहीं पार्टी की अंदरूनी खींचतान तो कहीं जोट का खोट अड़चनें डाल रही है। काग्रेस जिलाध्यक्ष मोहित सेनगुप्त ने यहा तक कह दिया कि गठबंधन की राजनीति को अहमियत देने के लिए बड़ी से बड़ी कुर्बानी देनी पड़ती है, काग्रेस इस धर्म का पालन अवश्य करेगी। लेकिन काग्रेस को इस बात का भी भय है कि सीटों के समझौते या उम्मीदवारों के चयन में जल्दीबाजी की तो उनका वोट बैंक खिसक न जाए, जैसा कि 2019 के लोकसभा चुनाव में हुआ था। काग्रेस और माकपा के द्वंद्व में भाजपा बाजी मार ले गई। इसलिए काग्रेस इस समय बड़ी असमंजस की स्थिति में नजर आ रही है। हालाकि यह लाचारी भाजपा में भी देखी जा रही है। काग्रेस के जिला कार्यकारिणी अध्यक्ष पवित्र चंद ने कहा कि उम्मीदवारों के चयन की प्रक्रिया अंतिम चरण में है, एक दो दिन में सभी सीटों के लिए घोषणा कर दी जाएगी।

कैप्शन : उम्मीदवार मोहित सेन गुप्ता

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