प्रयाण दिवस पर महात्मा गांधी को दी गई श्रद्धांजलि

पश्चिम मेदिनीपुर जिले के मेदिनीपुर शहर अंतर्गत गांधी चौक पर मंगलवार

By JagranEdited By: Publish:Tue, 30 Jan 2018 07:01 PM (IST) Updated:Tue, 30 Jan 2018 07:01 PM (IST)
प्रयाण दिवस पर महात्मा गांधी को दी गई श्रद्धांजलि
प्रयाण दिवस पर महात्मा गांधी को दी गई श्रद्धांजलि

संवाद सूत्र, मेदिनीपुर : पश्चिम मेदिनीपुर जिले के मेदिनीपुर शहर अंतर्गत गांधी चौक पर मंगलवार को जिला सूचना व संस्कृति विभाग के तत्वावधान में महात्मा गांधी के 70वें प्रयाण दिवस के उपलक्ष्य में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस क्रम में अपर जिलाधिकारी अ¨रदम नियोगी, जिला परिषद के शिक्षा विभागाध्यक्ष श्यामपद पात्र व जिला सूचना व संस्कृति अधिकारी अन्नया मजूमदार समेत अन्य गणमान्य लोगों ने महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यदान करते हुए श्रद्धांजलि दी।

तदुपरांत सर्वधर्म प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया, जिसमें प्रबोध चक्रवर्ती ने गीता का पाठ, फादर जार्ज एंटनी ने बाइबिल का पाठ, रमजान अली ने कुरान की आयतों व ज्ञानमित्र भिक्षु ने त्रिपिटक का पाठ किया। वक्ताओं ने कहा कि दो अक्टूबर, 1869 को जन्में मोहनदास करमचन्द गांधी भारत व भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के एक प्रमुख राजनैतिक एवं आध्यात्मिक नेता थे। वे सत्याग्रह माध्यम से अत्याचार के प्रतिकार के अग्रणी नेता थे, उनकी इस अवधारणा की नींव संपूर्ण अ¨हसा के सिद्धांत पर रखी गयी थी जिसने भारत को आजादी दिलाकर पूरी दुनिया में जनता के नागरिक अधिकारों एवं स्वतंत्रता के प्रति आंदोलन के लिये प्रेरित किया। उन्हें दुनिया में आम जनता महात्मा गांधी के नाम से जानती है। नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने छह जुलाई, 1944 को रंगून रेडियो से गांधी जी के नाम जारी प्रसारण में उन्हें राष्ट्रपिता कहकर संबोधित करते हुए आजाद ¨हद फौज के सैनिकों के लिये उनका आशीर्वाद और शुभकामनाएं मांगी थीं। 30 जनवरी, 1948 को उन्होंने अंतिम सांस ली।

==========================

महिला महाविद्यालय में भी पहली बार हुआ आयोजन

राजा नरेंद्र लाल खान महिला महाविद्यालय में भी इस बार महात्मा गांधी के प्रयाण दिवस का पालन करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। संस्थान के इतिहास विभाग की ओर से आयोजित किए गए इस समारोह का मुख्य उद्देश्य छात्राओं को महात्मा गांधी की जीवनी से परिचित करना था। इतिहास विभाग की अध्यक्ष रीना पाल ने कहा कि आयोजन के दौरान ¨पगला के नया गांव निवासी पट शिल्पी रीना चित्रकार ने छात्राओं को गांधीजी की जीवनी के विभिन्न पहलुओं से अवगत कराया। इसके साथ ही स्वदेशी आंदोलन से परिचित कराने के लिए अमृत पथयात्री नामक गीति आलेख का आयोजन किया गया। समारोह के दौरान स्वराज पर संभाषण के साथ प्रश्नोत्तरी का भी आयोजन किया गया, जिसमें छात्राओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।

chat bot
आपका साथी