West Bengal: विधानसभा चुनाव को लेकर साढ़े तीन करोड़ महिला मतदाताओं पर तृणमूल की नजर

आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर 3.5 करोड़ महिला मतदाताओँ पर तृणमूल कांग्रेस की नजर टिक गई है। महिला वोटरों तक पहुंचने के लिए एक सप्ताह तक वॉट्सएप पर विशेष अभियान

By Vijay KumarEdited By: Publish:Fri, 14 Aug 2020 08:49 PM (IST) Updated:Fri, 14 Aug 2020 08:49 PM (IST)
West Bengal: विधानसभा चुनाव को लेकर साढ़े तीन करोड़ महिला मतदाताओं पर तृणमूल की नजर
West Bengal: विधानसभा चुनाव को लेकर साढ़े तीन करोड़ महिला मतदाताओं पर तृणमूल की नजर

राज्य ब्यूरो,कोलकाता: आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर 3.5 करोड़ महिला मतदाताओँ पर तृणमूल कांग्रेस की नजर टिक गई है। महिला वोटरों तक पहुंचने के लिए एक सप्ताह तक वॉट्सएप पर विशेष अभियान चलाने की योजना बनी है। यह अभियान 16 अगस्त से शुरू हो जाएगा। इस अभियान को सफल बनाने के लिए तृणमूल की सत्तर हजार महिला कार्यकर्ताओं जोड़ा जा रहा है। अभियान का नाम "स्वाधीन माह में स्वाधीन आकाश" रखा गया है। राज्य में सत्तर हजार से अधिक मतदान केंद्र हैं। इन 70,000 बूथों में तृणमूल की महिला कार्यकर्ता अपने-अपने बूथों की बीस महिलाओं को वॉट्सएप पर संदेश भेजेंगी। उस संदेश में क्या होगा?

महिलाओं के विकास के लिए ममता बनर्जी द्वारा उठाए गए कदमों का सचित्र आंकड़े होंगे। राज्य महिला तृणमूल कांग्रेस की ओर से एक पीडीएफ तैयार किया गया है। तृणमूल की सत्तर हजार कार्यकर्ता उस पीडीएफ को वॉट्सएप पर फैलाएंगी। संगठन की अध्यक्ष चंद्रिमा भट्टाचार्य ने कहा कन्याश्री और रूपश्री जैसी महिला केंद्रित योजनाओं के अलावा कई अन्य सरकारी योजनाएं जिससे महिलाएं लाभान्वित हुई हैं। उन सभी को घर-घर पहुंचाया जाएगा। लेकिन अचानक डेढ़ करोड़ महिला वोटरों तक तक पहुंचने की ऐसी पहल क्यों?

आंकड़े बताते हैं कि 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में राज्य में महिलाओं के वोटों का एक बड़ा हिस्सा भाजपा में चला गया। परिणामस्वरूप 2014 में भाजपा मिले 17 फीसद वोट 2019 में बयालीस फीसद तक पहुंच गया। 2021 के विधान सभा चुनाव को ध्यान में रखकर तृणमूल कांग्रेस अब महिला वोट बैंक पर ध्यान केंद्रित कर रही है। इस राज्य में लगभग सात करोड़ मतदाता हैं। इनमें से तीन करीब 3.5 करोड़ महिला मतदाता हैं।

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