West Bengal: पीएम मोदी कल विश्वभारती विश्वविद्यालय के वर्चुअल दीक्षा समारोह में होंगे शामिल

West Bengal विश्वभारती विश्वविद्यालय के दीक्षा समारोह को शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्चुअली संबोधित करेंगे। केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक और बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ भी इस समारोह में उपस्थित रहेंगे। छात्रों भी उपस्थित सीमित संख्या में होगी।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Thu, 18 Feb 2021 09:21 PM (IST) Updated:Thu, 18 Feb 2021 09:21 PM (IST)
West Bengal: पीएम मोदी कल विश्वभारती विश्वविद्यालय के वर्चुअल दीक्षा समारोह में होंगे शामिल
पीएम मोदी विश्वभारती विश्वविद्यालय के वर्चुअल दीक्षा समारोह में होंगे शामिल। फाइल फोटो

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल में बीरभूम जिले के शांतिनिकेतन स्थित विश्वभारती विश्वविद्यालय के दीक्षा समारोह को शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्चुअली संबोधित करेंगे। केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक और बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ भी इस समारोह में उपस्थित रहेंगे। विश्वविद्यालय ने बयान में कहा है कि दीक्षा समारोह शांतिनिकेतन परिसर के आमरा कुंज में सुबह 9.30 बजे शुरू होगा। छात्रों भी उपस्थित सीमित संख्या में होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 फरवरी को बंगाल आ रहे हैं। इस दौरान जहां वह एक ओर नोआपाड़ा से दक्षिणेश्वर रेलवे स्टेशन तक मेट्रो सेवा का शुभारंभ करेंगे, वहीं दूसरी ओर हुगली जिले में सभा को भी संबोधित करेंगे। विश्वभारती को 1951 में केंद्रीय विश्वविद्यालय और राष्ट्रीय महत्व के संस्थान का दर्जा मिला था। यह एकमात्र केंद्रीय विवि है, जिसके कुलाधिपति देश के प्रधानमंत्री होते हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बंगाल दौरे के बाद किसी भी दिन विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान हो सकता है और उसके तुरंत बाद केंद्रीय बलों को सूबे में भेजा जा सकता है। सूत्रों की मानें तो 23 से 25 फरवरी के बीच चुनाव की घोषणा हो सकती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 फरवरी को बंगाल आएंगे। वह दक्षिणेश्वर-नोआपाड़ा मेट्रो परियोजना का उद्घाटन करेंगे। उसी दिन हुगली जिले के डनलप कारखाना मैदान में एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे। पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान बंगाल में 747 कंपनियों की तैनाती की गई थी। इसी तरह बंगाल में 2016 में हुए पिछले विधानसभा चुनाव से पहले केंद्रीय बल की 40 कंपनियां आई थीं, जबकि पूरे विधानसभा चुनाव के दौरान 720 कंपनियों को तैनात किया गया था।

पिछला विधानसभा चुनाव सात चरणों में हुआ था। इस बार उससे ज्यादा चरणों में चुनाव होने की भी संभावना है। पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान बंगाल में मतदान केंद्रों की संख्या 78,603 थी, जो इस बार 1,01,092 हो गई है। मतदान केंद्रों के हिसाब से केंद्रीय बल की कंपनियों को भी बढ़ाया जाएगा। जो जानकारी मिल रही है, उसके मुताबिक इसमें 25 से 30 फीसद तक की वृद्धि की जा सकती है। पिछले महीने बंगाल के दौरे पर आई केंद्रीय चुनाव आयोग की पूर्ण पीठ बंगाल में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर असंतोष जाहिर कर चुकी है। इस कारण भी बंगाल में केंद्रीय बल की ज्यादा कंपनियों की तैनाती की संभावना है। बंगाल के साथ ही असम, केरल, तमिलनाडु और पुडुचेरी में भी विधानसभा चुनाव होने हैं, लेकिन आयोग का सबसे ज्यादा ध्यान नि:संदेह बंगाल पर ही है।

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