16 जून से तीन महीने तक नदी से बालू-पत्थर निकाले पर रोक

जागरण संवाददाता जलपाईगुड़ी पहले से ही लाकडाउन के चलते आर्थिक स्थिति बदतर हो चुकी है। अ

By JagranEdited By: Publish:Thu, 03 Jun 2021 06:56 PM (IST) Updated:Thu, 03 Jun 2021 06:56 PM (IST)
16 जून से तीन महीने तक नदी से बालू-पत्थर निकाले पर रोक
16 जून से तीन महीने तक नदी से बालू-पत्थर निकाले पर रोक

जागरण संवाददाता, जलपाईगुड़ी: पहले से ही लाकडाउन के चलते आर्थिक स्थिति बदतर हो चुकी है। अब 16 जून से तीन महीने तक नदी से बालू-पत्थर निकालने पर रोक लगा दी गई है। उक्त दो कारणों ने ट्रक मालिक से लेकर हजारों श्रमिक, चालकों की चिंता बढ़ा दी है। इनका कहना है कि गत वर्ष भी लॉकडाउन के चलते आर्थिक तंगी हुई थी, इस बार भी वही हाल होने जा रहा है। लेकिन इतना होने के बावजूद परिवहन से जुड़े लोगों का रोड टैक्स, बीमा माफ नहीं किया जा रहा है। आगामी सोमवार को ट्रक मालिकों के प्रदेश संगठन के साथ परिवहन मंत्री की बैठक होने वाली है। इस बैठक में उक्त मुद्दों को उठाया जाएगा। ये बातें फेडरेशन ऑफ वेस्ट बंगाल ट्रक ऑपरेटर्स एसोसिएशन के प्रदेश उपाध्यक्ष संजीव घोष ने कही है।

उन्होंने कहा कि निर्माण कार्य के लिए बालू-पत्थर मुख्य तौर पर पहाड़ी नदी से ही सरकारी नियमानुसार निकाला जाता है। नदी से बालू-पत्थर निकालने से लेकर उसे पहुंचाने तक हजारों लोग जुड़े हुए हैं। जलपाईगुड़ी जिले के अलावा अलीपुरद्वार और कूचिबहार तीन जिलों को मिलाकर कुल 10 हजार ट्रक इस काम से जुड़े हैं। साथ ही कर्मचारियों की संख्या करीब 20 हजार तक की होगी। हर ट्रक के साथ चालक और खलासी के अलावा बालू-पत्थर निकालने और उसे ले जाने में भी श्रमिक शामिल हैं। उनकी संख्या भी 15 हजार से कम नहीं होगी। इस काम में जुड़े श्रमिकों का एक बड़ा हिस्सा चाय श्रमिक भी है। प्रशासन के फैसले के बाद ये सभी बेरोजगार हो गए हैं। अब आगामी सोमवार की बैठक पर सबकी नजरें टिकी हुई है।

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