प्राथमिक स्कूलों में लगातार कम हो रही है बच्चों की संख्या

- पदभार संभालते ही नए चेयरमैन ने जताई चिंता - सिलीगुड़ी में शिक्षा भवन बनाने की कोशिश

By JagranEdited By: Publish:Wed, 19 Feb 2020 08:04 PM (IST) Updated:Wed, 19 Feb 2020 08:04 PM (IST)
प्राथमिक स्कूलों में लगातार कम हो रही है बच्चों की संख्या
प्राथमिक स्कूलों में लगातार कम हो रही है बच्चों की संख्या

- पदभार संभालते ही नए चेयरमैन ने जताई चिंता

- सिलीगुड़ी में शिक्षा भवन बनाने की कोशिश

-पर्यटन मंत्री गौतम देव से की गई बातचीत

-अगले सप्ताह राज्य के शिक्षा मंत्री को भी देंगे प्रस्ताव

जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : सिलीगुड़ी प्राइमरी काउंसिल के नए चेयरमैन सुप्रकाश मित्र ने अपना पदभार संभाल लिया है। उन्होंने बुधवार को अपना पदभार संभाला। पिछले एक वर्ष से प्राइमरी स्कूल काउंसिल के स्थाई चेयरमैन का पद रिक्त था। सुप्रकाश मित्र इससे पहले बागडोगरा कॉलेज में भूगोल विभाग में प्रोफेसर के पद पर कार्यरत थे। सिलीगुड़ी प्राइमरी काउंसिल की कार्यवाहक चेयरमैन बालिका गोले ने उन्हें अपना कार्यभार सौंपा। इस मौके पर मित्र ने संवाददाताओं से बातें करते हुए कहा की कोलकाता के तर्ज पर सिलीगुड़ी में भी शिक्षा भवन हो इसके लिए राज्य के पर्यटन मंत्री गौतम देव से बात हुई है। एक छत के नीचे डीआई प्राइमरी, डीआई स्कूल और प्राइमरी काउंसिल ऑफिस किए जाने के उद्देश्य से शिक्षा की ओर से भवन तैयार करने की बात चल रही है। उस भवन में कॉन्फ्रेंस हॉल भी होगा। उन्होंने कहा कि अगले सप्ताह राज्य के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी सिलीगुड़ी आने वाले हैं। उनसे भी इस संबंध में बात की जाएगी। मित्र ने बताया कि सिलीगुड़ी प्राइमरी काउंसिल के तहत सात सर्किल तथा 399 प्राइमरी स्कूल आते हैं। अगले 15 दिनों के अंदर सर्किल वाइज शिक्षकों को लेकर एक कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा। शिक्षकों की समस्याओं को जानने व उसके समाधान के लिए प्राइमरी काउंसिल ऑफिस में एक शिकायत सेल भी खोलने की योजना है।

उन्होंने कहा कि प्राइवेट अंग्रेजी माध्यम के विद्यालयों से प्राथमिक विद्यालयों को चुनौती मिल रही है। सरकारी प्राथमिक विद्यालयों में छात्रों की कमी होती जा रही है। इसे देखते हुए प्राइमरी स्तर पर अंग्रेजी माध्यम के विद्यालय भी खोले जाने पर बातचीत चल रही है। हालाकि राज्य के अन्य जिलों में प्राइमरी स्तर पर अंग्रेजी माध्यम के विद्यालय शुरू हो गए हैं। दार्जिलिंग जिले में भी शुरू किए जाएं इस पर बात की जाएगी।

chat bot
आपका साथी