दार्जिलिंग में पर्यटन सीजन पीक पर, डीएचआर ने की दो और ट्वाय ट्रेन चलाने की घोषणा

नई ज्वाय राइड ट्रेन सेवाएं पर्यटकों के लिए दार्जिलिंग और घूम स्टेशनों के बीच दैनिक राउंड ट्रिप आधार पर उपलब्ध होंगी। यह ट्रेन 30 जून तक चलेगी। इन ट्रेनों में पर्यटकों के लिए तीन-तीन प्रथम श्रेणी के चेयर कार कोच हैं और ट्रेनों को डीजल इंजन द्वारा चलाया जाएगा।

By Sumita JaiswalEdited By: Publish:Thu, 26 May 2022 04:40 PM (IST) Updated:Thu, 26 May 2022 04:40 PM (IST)
दार्जिलिंग में पर्यटन सीजन पीक पर, डीएचआर ने की दो और ट्वाय ट्रेन चलाने की घोषणा
ज्‍वॉय राइड से पर्यटक वादी की खूबसूरती का कर सकेंगे दीदार, सांकेतिक तस्‍वीर।

सिलीगुड़ी, जागरण संवाददाता। दार्जिलिंग में पर्यटन का पीक सीजन चल रहा है। पर्यटकों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। इसी को ध्यान में रखते हुए यूनेस्को के विश्व धरोहर डीएचआर ने दो नई ज्वाय राइड ट्रेन चलाने का निर्णय लिया है। पू. सी. रेल के अधीन दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे (डीएचआर) ने पर्यटकों के लिए इन ट्रेनों की सेवा 23 मई से ही शुरू कर दी है।

पूर्वोत्तर सीमा रेलवे के सीपीआरओ सब्यसाची दे ने बताया है कि नई ज्वाय राइड ट्रेन सेवाएं पर्यटकों के लिए दार्जिलिंग और घूम स्टेशनों के बीच दैनिक राउंड ट्रिप आधार पर उपलब्ध होंगी। यह ट्रेन 30 जून तक चलेगी।

उन्होंने बताया कि ट्रेन संख्या 02550 दार्जिलिंग-घूम-दार्जिलिंग स्पेशल ज्वाय राइड दार्जिलिंग से 09.40 बजे रवाना होकर घूम 10.20 बजे पहुंचेगी। जबकि यही ट्रेन घूम से 10.45 बजे प्रस्थान होकर दार्जिलिंग 11.22 बजे पहुंचेगी।

एक अन्य ट्रेन संख्या 02549 दार्जिलिंग-घूम-दार्जिलिंग विशेष ज्वाय राइड दार्जिलिंग से 16.05 बजे रवाना होकर 16.45 बजे घूम पहुंचेगी। यही ट्रेन घूम से 17.15 बजे प्रस्थान होकर दार्जिलिंग 17.45 बजे पहुंचेगी।

इन ट्रेनों में पर्यटकों के लिए तीन-तीन प्रथम श्रेणी के चेयर कार कोच हैं और ट्रेनों को डीजल इंजन द्वारा चलाया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि पर्यटक हिमालय के पहाड़ी प्राकृतिक परिदृश्य में एक लुभावनी ज्वाय राइड लेकर डीएचआर की सवारी कर सकते हैं। उन्होंने आगे कहा कि रेलवे डीएचआर के पर्यटकों के लिए एक सुखद अनुभव की कामना करती है।

यहां उल्लेखनीय है कि हर साल गर्मियों के मौसम में काफी संख्या में पर्यटक यहां आते हैं। कोरोना के कारण दो साल पर्यटक लगभग नहीं आए थे। अब तब कोरोना संकट खत्म हो गया है तो पहाड़ पर काफी संख्या में पर्यटक आ रहे हैं।

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