बोल्डर निर्यात व्यापार विवाद ने लिया एक नया मोड़

- तृणमूल नेता देवाशीष प्रमाणिक कटघरे में - सिंडिकेट राज को बढ़ावा देने का आरोप -गिरफ्

By JagranEdited By: Publish:Mon, 14 Oct 2019 11:51 PM (IST) Updated:Tue, 15 Oct 2019 06:17 AM (IST)
बोल्डर निर्यात व्यापार विवाद ने लिया एक नया मोड़
बोल्डर निर्यात व्यापार विवाद ने लिया एक नया मोड़

- तृणमूल नेता देवाशीष प्रमाणिक कटघरे में

- सिंडिकेट राज को बढ़ावा देने का आरोप

-गिरफ्तारी की मांग में विरोध प्रदर्शन शुरू

-फूलबाड़ी में भारत-बांग्लादेश सीमा पर तनाव

जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : फूलबाड़ी सीमांत से होकर भारत-बांग्लादेश के बीच होने वाले बोल्डर निर्यात व्यापार में जारी विवाद ने नया मोड़ ले लिया है। इसमें जलपाईगुड़ी जिला परिषद के सदस्य व डाबग्राम-फूलबाड़ी ब्लॉक तृणमूल के दबंग नेता देवाशीष प्रमाणिक का नाम जुड़ गया है। आंदोलनकारी ट्रक मालिकों ने भूटान ट्रकों से वसूली करने का आरोप लगाकर अविलंब गिरफ्तारी की मांग की। इसे लेकर सोमवार को फूलबाड़ी सीमांत पर काफी उत्तेजना भरा माहौल रहा।

बीते एक महीने से अधिक समय से फूलबाड़ी सीमांत से बांग्लादेश को निर्यात बोल्डर व्यापार में विवाद गहरा गया है। विभिन्न बाधाओं की वजह से बोल्डर लदे भारतीय ट्रकों को सीमा पार करने से रोक दिया गया है। इसके खिलाफ भारतीय ट्रक मलिकों ने आंदोलन छेड़ दिया है। फेडरेशन ऑफ वेस्ट बंगाल ट्रक ऑपरेटर एसोसिएशन के बैनरतले फूलबाड़ी ट्रक ओनर वेलफेयर एसोसिएशन के सदस्य भूटान ट्रकों को सीमा पार करने से रोक कर विरोध जता रहे हैं। आंदोलनकारियों ने राज्य सत्ताधारी पार्टी के नेताओं की छत्रछाया में सीमांत पर सिंडिकेट राज का बढ़ावा देने का आरोप लगाया है। अधिक उगाही के लिए भूटानी ट्रकों को सुविधा और भारतीय ट्रकों की राह में रोड़ा लगाने का आरोप भी है। दुर्गा पूजा के पहले जलपाईगुड़ी जिला शासक ने भी पूजा के बाद समस्या समाधान का आश्वासन दिया था। लेकिन अभी तक समस्या जस की तस है। सोमवार को आंदोलनकारियों ने सीमांत इलाके में दबंग तृणमूल नेता देवाशीष प्रमाणिक की अविलंब गिरफ्तारी की मांग की।

प्राप्त जानकारी के अनुसार आंदोलनकारी समस्या को लेकर स्थानीय विधायक सह राज्य के पर्यटन मंत्री गौतम देव से से भी मिले। वहां देवाशीष प्रमाणिक भी मौजूद थे। आंदोलनकारियों का आरोप है कि भारतीय ट्रक मालिकों की समस्याओं को दबाकर देवाशीष प्रमाणिक भूटान ट्रकों की पैरवी कर रहे थे। आंदोलनकारियों की माने तो भूटानी ट्रकों कें ओवरलोड होने के बावजूद कोई कार्यवाई नहीं होती। बल्कि सड़क किनारे खड़े भारतीय ट्रकों को नो पार्किग जोन में बताकर चालान काट दिया जाता है। इसके अतिरिक्त पार्किग व भार मापन के नाम पर भूटानी ट्रकों से 680 रुपए अधिक वसूला जाता है। फूलबाड़ी सीमांत इलाके में सिलीगुड़ी जलपाईगुड़ी विकास प्राधिकण (एसजेडीए) की ओर से पार्किग का ठेका देवाशीष प्रमाणिक को मिला है। आरोप है कि इन्हीं के संरक्षण में यहां सिंडिकेट राज चल रहा है।

इस संबंध में देवाशीष प्रमाणिक ने बताया कि मंत्री के साथ हुई बैठक में उन्होंने किसी का पक्ष लिए बिना सबके हित को ध्यान में रख कर पूरी समस्या को उनके समक्ष रखा। गिरफ्तारी की मांग करने वालों के खिलाफ वे अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे।

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