शीतकाल में भी पर्यटकों से गुलजार हो रही हिमालय की वादियां

उत्तरकाशी जिले में गंगोत्री हिमालय की वादियां शीतकाल में भी पर्यटकों से गुलजार हो रही हैं। कई ग्रुप इन स्थानों की सैर कर लौट भी आए हैं। उन्हें जंगली जानवरों का भी दीदार हुआ।

By BhanuEdited By: Publish:Fri, 24 Nov 2017 11:07 AM (IST) Updated:Fri, 24 Nov 2017 09:04 PM (IST)
शीतकाल में भी पर्यटकों से गुलजार हो रही हिमालय की वादियां
शीतकाल में भी पर्यटकों से गुलजार हो रही हिमालय की वादियां

उत्तरकाशी, [जेएनएन]: सीमांत उत्तरकाशी जिले में गंगोत्री हिमालय की वादियां शीतकाल में भी पर्यटकों से गुलजार हो रही हैं। पर्यटक दयारा, डोडीताल व गंगोत्री की सैर कर शीतकाल के साफ एवं ठंडे मौसम का लुत्फ ले रहे हैं। कई ग्रुप इन स्थानों की सैर कर लौट भी आए हैं। पर्यटकों का कहना है कि हिमालय की गोद में बसे उत्तरकाशी में प्रकृति अद्भुत खजाना बिखरा है, जिसे हर कोई स्मृतियों में समेटना चाहता है। 

पर्यटकों को शीतकाल में दयारा बुग्याल (11181 फीट) और डोडीताल (9921 फीट) सबसे अधिक अपनी ओर खींच रहे हैं। बंदरपूंछ चोटी के साथ हिमालय की वादियों का दीदार करने के लिए पिछले एक पखवाड़े में 30 से अधिक पर्यटक दयारा बुग्याल पहुंच चुके हैं। 

स्नो स्पाइडर ट्रैकिंग एजेंसी के संचालक विष्णु सेमवाल बताते हैं कि पर्यटक एकांत एवं शांति की तलाश में इन स्थलों की ओर आ रहे हैं। दयारा बुग्याल व डोडीताल की सैर उन्हें काफी पसंद आ रही है। बीते दिनों एक पर्यटक दल ने डोडीताल होते हुए हनुमानचट्टी की ट्रैकिंग की। इस ट्रैकिंग के दौरान पर्यटकों ने प्रकृति का सौंदर्य निहारने के साथ हिमालयी लोमड़ी, मोनाल, भूरा भालू, भरल आदि का दीदार किया। 

वेयर इगल डेयर के संचालक तिलक सोनी बताते हैं कि शीतकाल की सैर के लिए पर्यटक लगातार उत्तरकाशी पहुंच रहे हैं। पर्यटकों का एक ग्रुप गंगोत्री व हर्षिल के भ्रमण पर है। दूसरे ग्रुप ने दयारा बुग्याल की ट्रैकिंग की। पर्यटक मोहन राय कहते हैं कि हिमालय की वादियां वैसे तो हमेशा ही सुकून एवं शांति प्रदान करती हैं, लेकिन शीतकाल के दौरान इनके भ्रमण का आनंद ही कुछ और है।

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