गंगोत्री नेशनल पार्क में भी मोबाइल कैमरे में कैद हुआ हिम तेंदुआ, गश्त कर रही टीम को आया नजर
गंगोत्री नेशनल पार्क में हिम तेंदुआ मोबाइल कैमरे में कैद किया गया है। उत्तराखंड में हिम तेंदुओं की मौजूदगी से वन्य जीव प्रेमी उत्साहित हैं।
उत्तरकाशी, जेएनएन। उत्तराखंड में हिम तेंदुओं की मौजूदगी से वन्य जीव प्रेमी उत्साहित हैं। गंगोत्री नेशनल पार्क, नंदा देवी बायोस्फीयर और अस्कोट अभयारण्य में कैमरा ट्रैप में तो इनकी उपस्थिति दर्ज होती रही है, लेकिन गंगोत्री नेशनल पार्क में हिम तेंदुआ मोबाइल कैमरे में कैद किया गया है। पार्क के उप निदेशक एनबी शर्मा ने दावा किया कि पहली बार पार्क के कर्मचारियों ने गश्त के दौरान मोबाइल से हिम तेंदआ की वीडियो बनाई है। समुद्रतल से तीन हजार मीटर की ऊंचाई पर मिलने वाला हिम तेंदुआ बहुत ही शर्मीला होता है।
उत्तराखंड में हिम तेंदुओं की मौजूदगी के संकेत तो मिलते रहे हैं, लेकिन मानव से इसका आमना-सामना शायद ही कभी हुआ हो। गंगोत्री नेशनल पार्क के उपनिदेशक शर्मा ने बताया कि रविवार की रात पार्क की टीम नेलांग घाटी में गश्त कर रही थी। इसी दौरान टीम को हिम तेंदुआ नजर आया। टीम ने मोबाइल से इसका वीडियो बनाया। इस उपलब्धि से उत्साहित शर्मा बताते हैं कि हालांकि सीमा पर तैनात आइटीबीपी और सेना के जवान हिम तेंदुआ देखे जाने की बात करते रहे हैं, लेकिन पार्क टीम के लिए यह पहला अवसर है।
उन्होंने कहा कि इसका मतलब है कि गंगोत्री नेशनल पार्क में पारिस्थितिकीय तंत्र स्वस्थ है। गौरतलब है कि हिम तेंदुओं की उपस्थिति से उत्साहित वन विभाग ने इनकी गणना की तैयारी की हुई है। गणना का कार्य मार्च से किया जाना था, लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण इसे स्थगित करना पड़ा है।
लगातार बढ़ रहा दुर्लभ वन्यजीवों का कुनबा
चीन सीमा से लगे गंगोत्री नेशनल पार्क में दुर्लभ वन्यजीवों का कुनबा बढ़ता जा रहा है। भारतीय वन्यजीव संस्थान और पार्क प्रशासन के ट्रैप कैमरों की मदद से हिम तेंदुआ के अलावा तिब्बती भेड़िया, अर्गली भेड़, तिब्बती खरगोश, भूरा भालू, लाल लोमड़ी, कस्तूरी मृग सहित दर्जनों दुर्लभ जीव देखे गए हैं। भले ही अभी तक नेशनल पार्क में इन दुर्लभ वन्यजीवों की गणना नहीं हुई है, लेकिन इनकी मौजूदगी से पार्क प्रशासन के अधिकारी खुश हैं। वह वन्यजीवों की सुरक्षा को लेकर अलर्ट भी हैं।