यमुनोत्री हाईवे पर डाबरकोट भूस्खलन जोन का होगा अध्ययन

जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर डाबरकोट नामक स्थान पर सक्रिय भूस्ख्

By JagranEdited By: Publish:Wed, 13 Feb 2019 03:00 AM (IST) Updated:Wed, 13 Feb 2019 03:00 AM (IST)
यमुनोत्री हाईवे पर डाबरकोट भूस्खलन जोन का होगा अध्ययन
यमुनोत्री हाईवे पर डाबरकोट भूस्खलन जोन का होगा अध्ययन

जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर डाबरकोट नामक स्थान पर सक्रिय भूस्खलन जोन का उपचार नहीं हो पा रहा है। यमुनोत्री धाम से 40 किलोमीटर दूर करीब आधा किलोमीटर के दायरे में सक्रिय भूस्खलन के कारण यात्रा में भी खासा व्यवधान पड़ रहा है। अब राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने भूस्खलन जोन के ट्रीटमेंट के लिए अध्ययन कराने का निर्णय लिया है। मई के पहले सप्ताह में यात्रा शुरू हो जाएगी, लेकिन इससे पहले ट्रीटमेंट के आसार नजर नहीं आ रहे हैं। ऐसे में प्रशासन इस भाग में पैदल यात्रा शुरू कराने पर भी विचार कर रहा है।

अगस्त 2017 में बरसात के दौरान डाबरकोट में भूस्खलन सक्रिय हुआ था। भारी पत्थर और मलबा गिरने के कारण करीब तीन सप्ताह तक यात्रा रोकनी पड़ी। हालांकि कुछ दिनों तक मलबा नहीं गिरा, लेकिन सितंबर में यह फिर सक्रिय हो गया। आइआइटी रुड़की और वाडिया हिमालय भूविज्ञान संस्थान के वैज्ञानिकों की टीम अध्ययन को पहुंची। लगातार हो रहे भूस्खलन को देखते हुए अध्ययन करना संभव नहीं था। उत्तरकाशी के जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने बताया कि भूस्खलन के कारण वर्ष 2018 में करीब 1200 घंटे यहां पर मार्ग बंद रहा। जिलाधिकारी ने बताया कि यमुनोत्री हाईवे का चौड़ीकरण कार्य भी ऑलवेदर रोड के तहत किया जाना है। इससे पहले जरूरी है कि वैज्ञानिक इस जोन का अध्ययन कर ट्रीटमेंट का रास्ता तलाशें। जिलाधिकारी ने बताया कि फिलहाल आने वाले यात्रा सीजन के दौरान डाबरकोट में सड़क पर दोनों ओर जेसीबी और सर्च लाइट की व्यवस्था की जाएगी, जिससे मलबा हटाने में विलंब नहीं होगा। इसके अलावा विकल्प के तौर पर पैदल मार्ग की मरम्मत के निर्देश भी दिए गए हैं। इस पर करीब डेढ़ करोड़ रुपये खर्च होगा।

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