नेताजी हैं साथ, कौन डालेगा दुकान पर हाथ

जागरण संवाददाता काशीपुर काफी समय से दुकान चला रहे हैं और फिर पानी बेचें या परचून

By JagranEdited By: Publish:Mon, 19 Aug 2019 06:10 PM (IST) Updated:Thu, 22 Aug 2019 06:34 AM (IST)
नेताजी हैं साथ, कौन डालेगा दुकान पर हाथ
नेताजी हैं साथ, कौन डालेगा दुकान पर हाथ

जागरण संवाददाता, काशीपुर : काफी समय से दुकान चला रहे हैं और फिर पानी बेचें या परचून, हमारे साथ जब तक नेताजी हैं, दुकान ऐसे ही चलती रहेगी। ठेका निरस्त हुआ तो क्या, रोडवेज प्रशासन भी हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकता। कुछ यही अल्फाज दुकानदार के मुंह से निकल रहे थे। इस दुकानदार का ठेका तो पानी का है, लेकिन जो मांगेंगे, यहां वह मिलेगा।

रोडवेज परिसर में खुली इस दुकान में वैसे तो कानूनी तौर उत्तराखंड परिवहन नीर की बोतल ही बिकनी चाहिए, लेकिन यहां चिप्स, पापड़, पान, सिगरेट, पुड़िया, गुटका, बीड़ी आदि भी बिक्री के लिए उपलब्ध है। दरअसल, दो साल पुराने परिवहन नीर का ठेका दो माह पहले खत्म हो चुका है। बावजूद इसके यह निरस्त नहीं हो सका। जबकि समयावधि समाप्त होने के बाद अन्य दुकानों पर ताले लगे हैं। उक्त दुकान को लेकर कई लोगों का एतराज भी काम नहीं आ सका।

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जमा हुई थी सिक्योरिटी रोडवेज में टेंडर डालने के लिए कतार लगी थीं, जिनमें से श्याम कुमार महतो फर्म का टेंडर पास हुआ था। दो साल पहले सिक्योरिटी जमा करने के बाद से ठेका शुरू हो गया था।

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ठेका हटाने को दी थी चेतावनी आरओबी पुल के निर्माण कार्य के चलते 28 जुलाई को स्वेच्छा से परिवहन नीर का ठेका हटाने को कहा गया था, बावजूद इसके दुकान नहीं हटी। खोखा हटाने के लिए कई बार चेतावनी भी दी जा चुकी है। वरिष्ठ केंद्र प्रभारी काशीपुर ने चेतावनी भी दी, लेकिन खोखा नहीं हटाया गया।

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डॉक्यूमेंट बाहर, अड्डा अंदर रोडवेज परिसर में बने डॉक्यूमेंट रखने की जगह पर शराबियों का अड्डा बना है। वहीं सभी डॉक्यूमेंट को पेटियों में भरकर परिसर के बाहर रखवा दिया गया है। आलम यह है कि यहां बने चैनल को तोड़ दिया गया है। किसी तरह यहां पर चैनल को खींच कर ताला लगवाया गया है।

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वर्जन :---

अगर ठेके की डेट निकल चुकी है और वहां पर कोई अन्य कार्य हो रहा है तो इसकी जांच की जाएगी। इसके अलावा चैनल टूटा है और उसमें शराबियों का अड्डा बन गया है तो इस पर संबंधित अधिकारी से बात की जाएगी और मामले की जांच की जाएगी।

-दीपक जैन, एमडी, उत्तराखंड परिवहन निगम

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