खुले में करोगे ऐसा गंदा काम तो बच्चे बजाएंगे सीटी, दौड़कर आएंगे पकड़ने वाले

खुले में गंदा काम करने वालों बख्‍शे नहीं जाएंगे। जिला प्रशासन ऐसे लोगों पर कार्रवाई करने के लिए नया कदम उठाने जा रहा है।

By BhanuEdited By: Publish:Fri, 17 Jun 2016 03:27 PM (IST) Updated:Fri, 17 Jun 2016 03:30 PM (IST)
खुले में करोगे ऐसा गंदा काम तो बच्चे बजाएंगे सीटी, दौड़कर आएंगे पकड़ने वाले

रुद्रपुर, [जेएनएन]: खुले में गंदा काम करने वालों बख्शे नहीं जाएंगे। जिला प्रशासन ऐसे लोगों पर कार्रवाई करने के लिए नया कदम उठाने जा रहा है। प्रशासन के अनुसार, खुले में ऐसा कुछ करते हुए कोई देखा गया तो बच्चे उसे देखते ही सीटी बजा देंगे। फिर उसकी खैर नहीं।

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स्वच्छ भारत अभियान के तहत घर-घर शौचालय की योजना का जिले में क्रियान्वयन हो रहा है। ऐसे लोग जो शौचालय निर्माण में असमर्थ हैं और आज भी खुले में शौच जाते हैं, उन्हें 12 हजार रुपये शौचालय निर्माण को दिए जा रहे हैं।
अभियान के मद्देनजर जिले के कुल 2 लाख 15 हजार 54 परिवारों में से 1 लाख 91 हजार 350 परिवार शौचालय आच्छादित हैं, जबकि वित्तीय प्रगति के अनुसार एक लाख 74 हजार 373 परिवार हैं।

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शौचालय विहीन परिवारों की संख्या 23 हजार 704 और वित्तीय प्रगति के अनुसार 40 हजार 681 है। वर्ष 2012 से 9 नवंबर 2015 तक के आंकड़ों पर नजर डालें तो 28 हजार 999 शौचालयों का निर्माण किया जा चुका है।
अब निर्मित शौचालयों का लोग उपयोग कर रहे हैं या नहीं, इसकी निगरानी को प्रशासन की ओर से कमेटियां गठित की जा रही हैं। अगर लोग शौचालय में न जाकर खुले में शौच कर रहे हैं तो कमेटी की रिपोर्ट पर ऐसे लोगों पर सख्ती की जाएगी। उन पर जुर्माना डालने के साथ ही मानसिक रूप से उन्हें इसके लिए तैयार किया जाएगा कि वे शौचालय का इस्तेमाल करें।

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वहीं प्रशासन स्कूली बच्चों को सीटियां उपलब्ध कराएगा। वे किसी भी व्यक्ति को खुले में शौच करता देखने पर तुरंत सीटी बजाएंगे। इसके पीछे मकसद उस व्यक्ति को शौचालय तक भेजना है। दरअसल सीटी बजने पर नियम तोड़ने वाला व्यक्ति शर्म महसूस करेगा और आगे से शौचालय की ओर ही रुख करेगा।
अब काशीपुर है टारगेट
प्रभारी जिलाअधिकारी ने डा. आशीष कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि शौचालय स्वास्थ्य से जुड़ा विषय है। खुले में शौच से बीमारियां फैलती हैं। ऐसे में सिर्फ 12 हजार रुपये के लिए शौचालय न बनवाएं बल्कि इसका नियमित इस्तेमाल भी करें। जसपुर ब्लॉक को पूरी तरह से खुले में शौच से मुक्त करा दिया गया है। अब निशाने पर काशीपुर है। जल्द ही इसे भी ओडीएफ घोषित कर दिया जाएगा।

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