युवक की पिटाई प्रकरण ने पकड़ा तूल, डीएम-एसपी ऑफिस को घेरा

पिथौरागढ़ में तीन दिन पूर्व मुनस्यारी में अकारण रेस्टोरेंट के मालिक की थानाध्यक्ष ने पीटा था। जिसका विरोध किया जा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 18 Oct 2019 10:04 PM (IST) Updated:Sat, 19 Oct 2019 06:19 AM (IST)
युवक की पिटाई प्रकरण ने पकड़ा तूल, डीएम-एसपी ऑफिस को घेरा
युवक की पिटाई प्रकरण ने पकड़ा तूल, डीएम-एसपी ऑफिस को घेरा

जागरण संवाददाता, पिथौरागढ़ : तीन दिन पूर्व मुनस्यारी में अकारण रेस्टोरेंट के मालिक की थानाध्यक्ष और पुलिस कर्मियों द्वारा की गई मारपीट का प्रकरण तूल पकड़ चुका है। दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग को लेकर जोहार सांस्कृतिक संगठन ने एसपी कार्यालय के सम्मुख प्रदर्शन करते हुए घेराव किया और जिलाधिकारी कार्यालय के सम्मुख प्रदर्शन किया गया।

14 अक्टूबर की रात्रि को मुनस्यारी के एक रेस्टोरेंट के मालिक विक्रम सिंह जंगपांगी ने मुनस्यारी के थानाध्यक्ष पीएस नेगी और पुलिस कर्मियों पर अपने साथ अकारण मारपीट करने का आरोप लगाया। थानाध्यक्ष को कुर्सी नहीं दिए जाने पर अपने साथ मारपीट और जातिसूचक गालियां दिए जाने तथा इसकी शिकायत करने थाने में जाने के बाद फिर मारपीट करने का आरोप लगाया। इस प्रकरण को लेकर मुनस्यारी में आक्रोश फैल गया। युवक को उपचार के लिए पिथौरागढ़ जिला अस्पताल लाया गया, जहां से उसे हल्द्वानी रेफर कर दिया गया।

शुक्रवार को जोहार सांस्कृतिक संगठन के बैनर तले भारी संख्या में मुनस्यारी के लोग पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे, जहां पर पुलिस कार्यालय और एसपी का घेराव किया गया। प्रदर्शनकारियों ने बताया कि पिथौरागढ़ से हल्द्वानी रेफर किए गए युवक को हल्द्वानी से दिल्ली रेफर कर दिया गया है। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि अकारण पुलिस द्वारा युवक को इस कदर बुरी तरह मारा है कि उसे उपचार के लिए दिल्ली रेफर कर किया गया है।

प्रदर्शनकारियों ने एसपी से तत्काल थानाध्यक्ष सहित पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की। ऐसा नहीं होने पर उग्र आंदोलन की धमकी दी गई। एसपी आरसी राजगुरु ने प्रदर्शनकारियों को इस मामले की जांच होने की जानकारी दी। प्रदर्शनकारी दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ तत्काल कार्यवाही पर अड़े रहे। एसपी कार्यालय के घेराव के बाद प्रदर्शनकारी जिलाधिकारी कार्यालय पर पहुंचे और जहां पर प्रदर्शन किया गया। इस दौरान पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया जिसमें इस प्रकरण में दोषी पुलिस थानाध्यक्ष और कर्मियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की गई। ऐसा नहीं होने पर प्रदेश भर में जनजाति समाज के लोगों के सड़कों पर उतरने की चेतावनी दी गई।

प्रदर्शन करने वालों में संगठन के अध्यक्ष डॉ. बीएमएस टोलिया, भूपाल बुर्फाल, सुंदर सिंह रावत, मनोहर मर्तोलिया, काशी राम गौतम, नारायण राम, केदार सिंह लस्पाल , होशियार सिंह राणा, देवकी मर्तोलिया, नवराज सिंह रावत, प्रेमा बृजवाल, हरीश सिंह पांगती, कपिल देव मेहता सहित अन्य लोग शामिल थे।

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