पांखू चिकित्सालय को तीन वर्ष बाद मिला चिकित्सक

संवाद सूत्र, थल : पांखू क्षेत्र के लोगों की फरियाद आखिर सरकार के कानों तक पहुंच ही गई। त

By JagranEdited By: Publish:Wed, 17 Jan 2018 10:40 PM (IST) Updated:Wed, 17 Jan 2018 10:40 PM (IST)
पांखू चिकित्सालय को तीन वर्ष बाद मिला चिकित्सक
पांखू चिकित्सालय को तीन वर्ष बाद मिला चिकित्सक

संवाद सूत्र, थल : पांखू क्षेत्र के लोगों की फरियाद आखिर सरकार के कानों तक पहुंच ही गई। तीन वर्ष के लंबे अंतराल के बाद क्षेत्र में ऐलोपैथिक चिकित्सक की तैनाती हो गई है। क्षेत्र के लोगों को उपचार के लिए अब 75 किमी. दूर जिला चिकित्सालय के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे।

पांखू क्षेत्र में वर्ष 2015 में ऐलोपैथिक चिकित्सालय खोला गया था, उम्मीद थी कि चिकित्सालय से पांखू सहित चौपाता, कोटगाड़ी, मडे़गांव, पाली मसूरिया, बौगांड़, धनतोला, दशौली और संगौड़ की 40 हजार की आबादी को लाभ मिलेगा। अस्पताल खोलने के बाद सरकार यहां चिकित्सक की तैनाती करना भूल गई थी। पिछले तीन वर्षो से चिकित्सालय शो पीस बना हुआ था। बड़ी आबादी को छोटी-छोटी बीमारियों के उपचार के लिए भी 75 किमी. दूर जिला चिकित्सालय या फिर बेरीनाग, गोचर स्वास्थ्य केंद्र के चक्कर काटने पड़ रहे थे। आपात स्थितियों में आम मरीजों को जिला मुख्यालय पहुंचने में खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। क्षेत्रवासियों ने चिकित्सक की तैनाती की मांग को लेकर कई बार आंदोलन भी किए थे।

सरकार ने अब इस चिकित्सालय में चिकित्सक की तैनाती कर दी है। तीन रोज पूर्व चिकित्सक ने अस्पताल में तैनाती दे दी है। क्षेत्र के लोगों ने चिकित्सक की तैनाती पर खुशी जताते हुए उम्मीद जताई कि चिकित्सा सुविधा के लिए अब उन्हें जिला मुख्यालय के चक्कर नहीं काटने पडे़ंगे।

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दूरदराज के क्षेत्रों में चिकित्सकों की तैनाती के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। जल्द ही प्रदेश में बड़ी संख्या में चिकित्सकों की तैनाती होनी है। चिकित्सकों से वंचित क्षेत्र के सभी अस्पतालों में जल्द ही चिकित्सक तैनात हो जायेंगे। क्षेत्र की चिकित्सा व्यवस्था में सुधार प्राथमिकता में शामिल है।

-मीना गंगोला, विधायक, गंगोलीहाट

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