पिथौरागढ़ में गुलदार के भय से सहमे

जागरण संवाददाता पिथौरागढ़ नगर सहित जिले में आतंक का पर्याय बने गुलदार अब रात को पिथौरागढ

By JagranEdited By: Publish:Sun, 13 Oct 2019 10:10 PM (IST) Updated:Sun, 13 Oct 2019 10:10 PM (IST)
पिथौरागढ़ में गुलदार के भय से सहमे
पिथौरागढ़ में गुलदार के भय से सहमे

जागरण संवाददाता, पिथौरागढ़ : नगर सहित जिले में आतंक का पर्याय बने गुलदार अब रात को पिथौरागढ़ नगर की सड़कों पर मंडराने लगे हैं। नगर के व्यस्ततम डिग्री कालेज मार्ग पर रातभर गुलदार बेखौफ घूमता रहा और लोग भय के मारे कमरों में बंद रहे। पुलिस और वन कर्मियों के चुनाव ड्यूटी में चले जाने से कोई भी मदद के लिए नहीं पहुंचा। गुलदार की आवाजाही सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई।

वन विभाग के अनुसार क्षेत्र में तीन से चार गुलदार हैं। बीते सितंबर में गुलदार ने नगर से सटे पपदेव गांव में एक महिला को मार दिया था। वन विभाग द्वारा नरभक्षी घोषित इस गुलदार को गत सप्ताह शिकारी ने मार डाला। इसके बाद भी नगर सहित आसपास के गांवों में गुलदार नजर आ रहे हैं। शनिवार की रात नगर के जीआइसी रोड पर डिग्री कालेज के निकट गुलदार का राज रहा।

देर रात्रि को गुलदार यहां पहुंच गया। उस समय तक अधिकांश लोग तो सो गए थे परंतु कुछ लोगों द्वारा गुलदार को देखा गया। इसकी भनक लगते ही सारे लोग दहशत में आ गए। यहां पर सड़क के दोनों तरफ मकान, दुकान हैं। बीच में केवल सड़क है। सड़क पर गुलदार होने से बाशिंदों की नींद रात भर हराम रही। इस संबंध में क्षेत्र के कुछ लोगों द्वारा वन विभाग को फोन किया गया परंतु वन कर्मियों के चुनाव ड्यूटी के लिए धारचूला और मुनस्यारी चले जाने से कोई भी नहीं मिला। नगरवासियों ने पिंजरा लगाने और वन विभाग की टीम की गश्त लगाने की मांग की है। वहीं आपातकाल में वन विभाग के कर्मियों के नहीं मिलने पर गहरा रोष जताया है।

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कोर्ट की मनाही के बाद भी वन कर्मी चुनाव ड्यूटी पर

पर्वतीय क्षेत्र में गुलदारों के आतंक को देखते हुए हाईकोर्ट ने पिछले दिनों वन कर्मियों को चुनाव ड्यूटी से मुक्त रखने के निर्देश दिए थे। प्रशासन द्वारा हाईकोर्ट के इन आदेशों की अवहेलना की गई है। वन कर्मियों की भी चुनाव ड्यूटी लगा दी गई है।

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सुरक्षा के नहीं किए उपाय

बीते दिनों शिकारी द्वारा नरभक्षी के मारे जाने के बाद खुद वन विभाग ने लोगों को सजग रहने के लिए कहा था। बताया गया था कि मारे गए गुलदार के साथी उसकी खोज में आबादी में घुस सकते हैं। इसके बावजूद महकमे ने सुरक्षा के कोई उपाय नहीं किए। अलबत्त्ता वन विभाग की एक टीम देर रात तक पपदेव क्षेत्र में गश्त लगा रही।

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