उत्तराखंड बार काउंसिल को 2015 के बाद नया चेयरमैन व वाइस चेयरमैन जल्द मिलेगा

सूबे के 14 हजार अधिवक्ताओं की संस्था उत्तराखंड बार काउंसिल को 2015 के बाद नया चेयरमैन वाइस चेयरमैन जल्द मिल जाएगा।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Mon, 25 Feb 2019 08:17 PM (IST) Updated:Mon, 25 Feb 2019 08:30 PM (IST)
उत्तराखंड बार काउंसिल को 2015 के बाद नया चेयरमैन व वाइस चेयरमैन जल्द मिलेगा
उत्तराखंड बार काउंसिल को 2015 के बाद नया चेयरमैन व वाइस चेयरमैन जल्द मिलेगा

नैनीताल, जेएनएन : सूबे के 14 हजार अधिवक्ताओं की संस्था उत्तराखंड बार काउंसिल को 2015 के बाद नया चेयरमैन, वाइस चेयरमैन जल्द मिल जाएगा। बार काउंसिल के मुख्य चुनाव अधिकारी रिटायर्ड चीफ जस्टिस बीसी कांडपाल ने अध्यक्ष-उपाध्यक्ष के चुनाव के लिए चार तिथियां प्रस्तावित की हैं। अब बार काउंसिल ऑफ इंडिया इसमें से एक तिथि पर चुनाव की घोषणा करेगा।

बार काउंसिल के 20 सदस्यों के निर्वाचन के लिए शासन ने संशोधित अधिसूचना जारी कर दी है। तकनीकी त्रुटि की वजह से बार काउंसिल ने संशोधन का प्रस्ताव भेजा था। नए नोटिफिकेशन के बाद सोमवार को मुख्य निर्वाचन अधिकारी जस्टिस कांडपाल उत्तराखंड बार काउंसिल भवन पहुंचे। उन्होंने बताया कि बार काउंसिल अध्यक्ष, उपाध्यक्ष तथा बार काउंसिल ऑफ इंडिया के सदस्य पद के चुनाव के लिए 31 मार्च, 10, 17 व 27 अप्रैल की तिथि प्रस्तावित की है। अध्यक्ष, उपाध्यक्ष का कार्यकाल एक वर्ष, जबकि सदस्यों का कार्यकाल पांच साल का होता है। इस अवसर पर बार काउंसिल सचिव विजय सिंह व कार्यालय अधीक्षक हिमानी जोशी मौजूद थीं।

संशोधित नोटिफिकेशन में ये चुने गए हैं सदस्य

वरिष्ठ अधिवक्ता डीके शर्मा, विजय भट्ट, सुरेंद्र पुंडीर, कुलदीप कुमार सिंह, चंद्रशेखर तिवारी, अर्जुन सिंह भंडारी, राकेश गुप्ता, हरी सिंह नेगी, नंदन सिंह कन्याल, महेंद्र सिंह पाल, मुनफेत अली, सुखपाल सिंह, योगेंद्र सिंह तोमर, मनमोहन लांबा, रंजन सोलंकी, अनिल पंडित, राजबीर सिंह बिष्टï, राजकुमार चौहान, मेहरबान सिंह कोरंगा, प्रभात कुमार चौधरी।

14 वें चेयरमैन को हलचल शुरू

बार काउंसिल चेयरमैन व वाइस चेयरमैन के चुनाव की प्रस्तावित तिथियां घोषित होने के बाद नवनिर्वाचित सदस्यों में अध्यक्ष-उपाध्यक्ष व बीसीआइ सदस्य पद को लेकर चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। 18 जुलाई 2004 को पहली बार उत्तराखंड बार काउंसिल का चुनाव हुआ था, तब धर्मवीर शर्मा चेयरमैन बने थे। उसके बाद 2005 में सुभाष त्यागी, 2006 में सूरत सिंह नेगी, 2007 में सुखपाल सिंह, 2008 में योगेंद्र चौहान, 25 जुलाई से 19 दिसंबर 2009 तक राजेंद्र प्रसाद नौटियाल, 20 दिसंबर 2009 से रजिया बेग, 2010 में महेंद्र सिंह पाल, 2011 में पृथ्वीराज चौहान, 2013 में योगेंद्र सिंह तोमर, 2014 में हरी सिंह नेगी, दस जनवरी से नौ मई 2015 तक सुरेंद्र मित्तल चेयरमैन बने। उसके बाद से बीसीआइ की विशेष कमेटी बनी, जबकि महाधिवक्ता कार्यकारी चेयरमैन बने। महाधिवक्ता पदेन सदस्य होते हैं, जबकि अब तक डीके शर्मा व विजय भट्ट बार काउंसिल ऑफ इंडिया के सदस्य बने हैं।

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