सामाजिक कार्यकर्ता ने आपूर्ति विभाग पर लगाया चावल बांटने में भ्रष्टाचार का आरोप

हल्द्वानी के सामाजिक कार्यकर्ता राकेश भट्ट ने प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजकर सस्ता गल्ला विक्रेता और खाद्य आपूर्ति विभाग के अफसरों पर मिलीभगत कर मनमानी करने का आरोप लगाया है। उन्होंने इसके लिए सीधे तौर पर क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी को जिम्मेदार करार दिया है।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Tue, 01 Dec 2020 03:05 PM (IST) Updated:Tue, 01 Dec 2020 03:05 PM (IST)
सामाजिक कार्यकर्ता ने आपूर्ति विभाग पर लगाया चावल बांटने में भ्रष्टाचार का आरोप
सामाजिक कार्यकर्ता ने आपूर्ति विभाग पर लगाया चावल बांटने में भ्रष्टाचार का आरोप

हल्द्वानी, जेएनएन : हल्द्वानी के सामाजिक कार्यकर्ता राकेश भट्ट ने प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजकर सस्ता गल्ला विक्रेता और खाद्य आपूर्ति विभाग के अफसरों पर मिलीभगत कर मनमानी करने का आरोप लगाया है। उन्होंने इसके लिए सीधे तौर पर क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी को जिम्मेदार करार दिया है। गुहार लगाई है कि मामले में निष्पक्ष जांच कराई जाए।

सामाजिक कार्यकर्ता राकेश भट्ट ने बताया कि कोरोना काल में आम जनता को राहत देने के लिए उत्तराखंड में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना चलाई। लेकिन नैनीताल जिले में खाद्य आपूर्ति विभाग ने इसमें धांधली की है। बताया उन्होंने 27 सितंबर को जिला पूर्ति अधिकारी से शिकायत की थी कि हिम्मतपुर तल्ला स्थित एक गल्ला विक्रेता ने योजना का करीब 27 क्विंटल चावल उपभोक्ताओं को नहीं बांटा। इतना ही नहीं आवंटन के समय पूर्ति निरीक्षक ने नियमानुसार चावल का सत्यापन तक नहीं किया। संबंधित विक्रेता को बिना सत्यापन के 71 क्विंटल चावल कागजों में आवंटित कर दिया गया।

जबकि यह चावल गोदाम से उठाया ही नहीं गया। बताया कि शिकायत का संज्ञान लेते हुए जिला पूर्ति अधिकारी ने 29 सितंबर को इसकी जांच क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी को सौंपी और सात दिन के भीतर रिपोर्ट मांगी। लेकिन क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी ने आज तक जांच ही नहीं की। आरोप लगाया कि वे मामले को दबाने की कोशिश कर रहे हैं। भट्ट ने बताया कि जांच में हो रही खानापूरी की शिकायत उन्होंने सीएम पोर्टल में भी की। लेकिन यहां भी विभाग ने मनमाने तरीके से तथ्य रखकर जांच को स्पेशल क्लोज के लिए प्रस्तावित कर दी। कहा कि अब तक मामले को घुमाया जा रहा है।

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