सर्जन व खून के अभाव में रामनगर के संयुक्‍त चिकित्‍सालय में तड़पती रही गर्भवती

सर्जन नहीं होने व खून के अभाव में संयुक्त चिकित्सालय में महिला एक घंटे तक प्रसव पीड़ा से तड़पती रही। महिला को एंबुलेंस भी नहीं मिल पाई। परिजन उसे अन्यत्र ले गए।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Sat, 16 Mar 2019 11:38 AM (IST) Updated:Sat, 16 Mar 2019 11:38 AM (IST)
सर्जन व खून के अभाव में रामनगर के संयुक्‍त चिकित्‍सालय में तड़पती रही गर्भवती
सर्जन व खून के अभाव में रामनगर के संयुक्‍त चिकित्‍सालय में तड़पती रही गर्भवती

रामनगर, जेएनएन : सर्जन नहीं होने व खून के अभाव में संयुक्त चिकित्सालय में महिला एक घंटे तक प्रसव पीड़ा से तड़पती रही। महिला को एंबुलेंस भी नहीं मिल पाई। परिजन उसे अन्यत्र ले गए। अल्मोड़ा के भिकियासैंण निवासी रुखसाना पत्नी जहूर रामनगर मोहल्ला खताड़ी में अपने बहन के वहां आई थी।

शुक्रवार को उसे प्रसव पीड़ा शुरू हुई तो परिजन उसे सयुंक्त चिकित्सालय लेकर पहुंचे। जांच में महिला चिकित्सकों को पता चला कि बच्चे की नाल गले में फंसी है, लेकिन सर्जन नहीं होने की वजह से उसका ऑपरेशन चिकित्सालय में नहीं हो पाया। इसके अलावा उसका हीमोग्लोबिन सात प्रतिशत ही निकला, जबकि स्वस्थ महिला का हीमोग्लोबिन 12 प्रतिशत तक होना चाहिए। महिला को चढऩे वाला बी नेगेटिव खून भी ब्लड स्टोरेज सेंटर में नहीं मिला। ऐसे में चिकित्सालय से उसे अन्यत्र ले जाने के लिए कहा गया। दर्द से कराह रही महिला को अन्य चिकित्सालय ले जाने के लिए परिजनों ने 108 एंबुलेंस को फोन किया, लेकिन वह कहीं अन्य केस में फंसी थी। काफी देर तक महिला के तड़पने के बाद उसे परिजन अन्यत्र ले गए।

डॉक्टर का भी पक्ष जान लीजिए

डॉक्टर अर्चना कौशिक, महिला चिकित्सक संयुक्त चिकित्सालय रामनगर ने बताया कि महिला का हीमोग्लोबिन बहुत कम था। उसके परिजनों को पूर्व में कई बार खून चढ़ाने के लिए कहा गया था, लेकिन परिजनों ने उसे खून नहीं चढ़ाया। बच्चे के गले मे भी नाल फंसी थी।

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