लॉडडाउन में छूट मिलते ही रोजगार को निकलने लगे लोग, पास बनवाने वालों में अधिकतर संख्या इन्हीं की

लाॅकडाउन में छूट मिलने के साथ ही कोई घर तो कोई रोजगार के लिए निकलने लगा है। शुरुआत में मेडिकल आवश्यकताओं के लिए लोग पास बनाने अधिक पहुंच रहे थे।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Sat, 09 May 2020 08:35 AM (IST) Updated:Sat, 09 May 2020 08:35 AM (IST)
लॉडडाउन में छूट मिलते ही रोजगार को निकलने लगे लोग, पास बनवाने वालों में अधिकतर संख्या इन्हीं की
लॉडडाउन में छूट मिलते ही रोजगार को निकलने लगे लोग, पास बनवाने वालों में अधिकतर संख्या इन्हीं की

हल्द्वानी, जेएनएन : लाॅकडाउन में छूट मिलने के साथ ही कोई घर तो कोई रोजगार के लिए निकलने लगा है। शुरुआत में मेडिकल आवश्यकताओं के लिए लोग पास बनाने अधिक पहुंच रहे थे। लेकिन अब मेडिकल से अधिक अपनी डयूटी स्थल पर पहुंचने के लिए लोग प्रशासन के पास आवेदन कर रहे हैं। अब तक प्रशासन करीब छह हजार लोगों के पास बनाकर उनके गंतव्य को भेज चुका है। हालांकि सफर के दौरान शारीरिक दूरी के मानकों का विशेष ध्यान रखकर ही प्रशासन वाहनों व लोगों को अनुमति दे रहा है।

चार मई से लॉकडाउन में छूट देने के साथ ही इस अवधि के दौरान कई तरह के कारोबार व कार्यालयों को खोलने की अनुमति सरकार की ओर से मिल गयी है। ऐसे में लॉकडाउन के दौरान घरों को लौटे लोग व रास्ते में फंसे लोेग अब रोजगार स्थल की ओर लौटने के लिए बेताब हैं। एआरटीओ विमल पांडे ने बताया कि रोजाना चार से पांच सौ लोगों के पास बनाए जा रहे हैं। शुरुआती दिनों में केवल चिकित्सकीय या अन्य कोई विशेष आवश्यकताओं वाले लोगों को ही पास बनाकर बनाकर गंतव्य के लिए जाने की अनुमति दी जा रही है। धीरे-धीरे अन्य जरूरी आवश्यकताओं के लोगों को भी पास बनाकर जाने की अनुमति दी जा रही है। वर्तमान में सबसे अधिक करीब 30 फीसद ऐसे लोग पास बनाने आ रहे हैं, जो कोरोना संक्रमण काल शुरू होने पर घरों को लौट आए थे और वापस अपने कार्य स्थल पर नहीं पहुंच पा रहे थे।

इसके अलावा 25 फीसद बीमारी व अन्य मेडिकल आवश्यकताओं, 25 फीसद घर वापसी और शेष 20 फीसदी अन्य आश्वयकताओं के लिए पास बनाने पहुंच रहे हैं। अब तक करीब छह हजार लोगों को प्रशासन की ओर से पास बनाकर वाहनों के जरिये गंतव्य को भेजा जा चुका है। उन्होंने बताया कि पांच सीटर वाहन में एक चालक व दो अन्य व्यक्ति व इससे ऊपर के सवारी वाहन में एक चालक व तीन अन्य व्यक्तियों के ही पास जारी किए जा रहे हैं। हालांकि छोटे बच्चों को साथ ले जाने की छूट की संभावना भी देखी जा रही है।

पास बनाने का आवेदन स्थल बदला, अब एमबी इंटर कालेज नया स्थल

एसडीएम कोर्ट में पास बनाने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ने से अन्य प्रशासनिक कार्य प्रभावित हो रहे थे। इसे देखते हुए प्रशासन ने अब एमबी इंटर कॉलेज को नया पास स्थल बना दिया गया है। कालेज का मैदान बढ़ा होने व कमरे अधिक होने से वहां पर प्रशासनिक अफसरों व कर्मचारियों के साथ ही आवेदकों को भी सहूलियत हो रही है। यहां बता दें कि रोजाना सुबह से शाम तक सैकड़ों की संख्या में लोग पास बनाने पहुंच रहे हैं।

घूमने व मिलने के लिए नहीं बनाए जा रहे पास

एआरटीओ विमल पांडे ने बताया कि कई लोग अपने नाते-रिश्तेदारों व मित्रों से मुलाकात करने या घूमने जाने के लिए भी पास बनवाने पहुंच रहे हैं। ऐसे लोगों के आवदेन निरस्त कर लौटा दिया जा रहा है। एआरटीओ ने केवल अति अावश्यकीय कार्यों के लिए ही पास बनवाने के साथ ही अकेले ही एमबी इंटर कालेज में आने की अपील की है। जिससे अनावश्यक भीड़ जमा न हो।

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