नौ किलोमीटर डाेली में पैदल लेकर पहुंचे मरीज को, फिर वाहन से भेजा मेडिकल कॉलेज nainital news

सोमवार को ओखलकांडा ब्‍लॉक में एक महिला को चोट लगने पर ग्रामीण उसको डोली से नदी पार कराते हुए नौ किमी पैदल चलकर मुख्य मार्ग तक लाए।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Tue, 25 Feb 2020 09:55 AM (IST) Updated:Tue, 25 Feb 2020 09:55 AM (IST)
नौ किलोमीटर डाेली में पैदल लेकर पहुंचे मरीज को, फिर वाहन से भेजा मेडिकल कॉलेज nainital news
नौ किलोमीटर डाेली में पैदल लेकर पहुंचे मरीज को, फिर वाहन से भेजा मेडिकल कॉलेज nainital news

भीमताल, जेएनएन : पहाड़ के लोगों की समस्‍या सिर्फ रोजगार तक सीमित नहीं है। यहां राेजमर्रा की हर चीज के लिए संघर्ष करना है। पानी लाने के लिए जहां लोगों को लंबा सफर करना पड़‍ता है तो शिक्षा के लिए बच्‍चों को नदी-जंगल पार करने हाेेते हैं। इलाज के लिए मरीजों को पैदल डाेली में लेकर हाॅस्पिटल जाना पड़ता है। यह तस्‍वीर जो आप देख रहे हैं, यहां आए दिन देखने को मिल जाएगी। ओखलकांडा ब्‍लॉक के ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क नहीं होने से ग्रामीणों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। सोमवार को क्षेत्र में एक महिला को चोट लगने पर ग्रामीण उसको डोली से नदी पार कराते हुए नौ किमी पैदल चलकर मुख्य मार्ग तक लाए। इसके बाद उसे वाहन से उपचार के लिए हल्द्वानी भेजा गया।

मामला ओखलकांडा विकासखंड के गहना के तोक पडैयल का है। ग्राम प्रधान कूकना मदन नौलिया ने बताया कि तुलसी देवी खेत में काम करते समय गिर गई थीं और उनकी कमर में चोट आई थी। असहनीय दर्द होने पर ग्रामीण उसे डोली में कचलाकोट तक लाए, जहां से उसे वाहन के जरिये हल्द्वानी ले जाया गया। पूर्व विधायक दान सिंह भंडारी के मुताबिक वर्ष 2016 में कांग्रेस की सरकार के समय ग्रामीणों की समस्या को देखते हुए तत्कालीन सीएम हरीश रावत ने लधिया नदी पर झूला पुल और कचलाकोट से पडैयल तक नौ किमी मोटर मार्ग स्वीकृत किया और लोनिवि को टोकन मनी के रूप में बजट भी आवंटित किया। पुल निर्माण के लिए 3 लाख 70 हजार तथा सड़क निर्माण के लिये टोकन मनी के रूप में 35 लाख की धनराशि स्वीकृत की गई। मोटर मार्ग का निर्माण आज तक नहीं हो सका। इधर क्षेत्र के लोगों ने शासन से शीघ्र मोटर मार्ग के निर्माण की मांग की है।

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