अब वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से परिजनाें से बात कर सकेंगे सेंट्रल जेल के कैदी Nainital News

सेंट्रल जेल के कैदी अब वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अपने परिजनों से मुलाकात करेंगे। प्रत्येक कैदी को 5 मिनट का समय दिया जाएगा।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Sat, 18 Apr 2020 05:05 PM (IST) Updated:Sat, 18 Apr 2020 05:05 PM (IST)
अब वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से परिजनाें से बात कर सकेंगे सेंट्रल जेल के कैदी Nainital News
अब वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से परिजनाें से बात कर सकेंगे सेंट्रल जेल के कैदी Nainital News

सितारगंज, जेएनएन : कोरोना संक्रमण के प्रभाव की वजह से सेंट्रल जेल के कैदी अब वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अपने परिजनों से मुलाकात करेंगे। प्रत्येक कैदी को 5 मिनट का समय दिया जाएगा। जेल के पेशी कक्ष में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की व्यवस्था की गई है। सेंट्रल जेल के कैदियों को सोमवार 20 मार्च से यह सुविधा मिलने लगेगी।

23 मार्च से बंद है मुलाकात

लॉकडाउन होते ही 23 मार्च से सेंट्रल जेल में कैदियों की घरवालों से मुलाकात बंद कर दी गई थी। जिसकी वजह से कैदी परेशान थे उन्हें घरवालों के हाल-चाल नहीं मिल पा रहे थे। जिसे देखते हुए जेल प्रशासन ने परिजनों से उनकी बात कराने के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग का सहारा लिया है। इस व्यवस्था से जेल मे जहां कोरोना के संक्रमण का कोई खतरा नहीं होगा वहीं कैदी सीधे परिजनों को देख कर बात कर सकेंगे। इसके लिए कैदी को पांच मिनट का समय दिया जाएगा।

केंद्रीय कारागार में बंद हैं 650 कैदी

जेल प्रशासन ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की पूरी तैयारियां कर ली है। जेल के पेशी कक्ष मे कॉन्फ्रेंसिंग की व्यवस्था की गई है। मौजूदा समय में केंद्रीय कारागार व खुली जेल में लगभग 650 से अधिक कैदी बंद है। जिनमें दोष सिद्ध व विचाराधीन दोनों तरह के कैदी शामिल है। इन सभी कैदियों का लॉकडाउन के बाद से अपने घर वालों से संपर्क पूरी तरह से कटा हुआ है। जिसकी व्यथा कैदी बैरकों का जायजा लेने जाने वाले जेल अधिकारियों के सामने व्यक्त करते आ रहे हैं । जेल प्रशासन ने कैदियों की इस बात को उच्च पदस्थ अधिकारियों तक पहुंचाई। इसी के बाद कैदियों की मुलाकात के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की योजना बनाई गई। जो सोमवार से कैदियों के लिए उपलब्ध भी हो जाएगी।

पांच मिनट का मिलेगा समय

जेल अधीक्षक दधि राम मौर्या ने बताया कि लॉक डाउन को देखते हुए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से बात कराने का निर्णय किया गया है। प्रत्येक कैदी के लिए 5 मिनट का समय निर्धारित किया गया है। अवधि पूरी होते ही कॉन्फ्रेंसिंग डिस्कनेक्ट हो जाएगी। उन्होंने कहा कि इस व्यवस्था से कैदी परिजनों का हाल-चाल जान सकेंगे।

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